मुंबई (ईएमएस)। आज की डिजिटल दुनिया में स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुके हैं, लेकिन इनके साथ साइबर खतरे भी तेजी से बढ़ रही हैं। अक्सर यह धारणा बनी रहती है कि एप्पल आईफोन अपने महंगे और प्रीमियम फीचर्स की वजह से एंड्रॉयड फोन की तुलना में ज्यादा सुरक्षित होता है, लेकिन गूगल के हालिया सर्वे ने मिथक को तोड़ दिया है। गूगल ने साइबर सर्वें के दौरान एक सर्वे किया, जिसमें भारत और ब्राजील के करीब 5,000 स्मार्टफोन यूजर्स को शामिल किया। इस सर्वे के नतीजों ने यह स्पष्ट कर दिया कि सिक्योरिटी के मामले में एंड्रॉयड फोन्, आईफोन मॉडल्स से आगे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, आईफोन यूजर्स की तुलना में एंड्रॉयड यूजर्स को स्कैम से जुड़े टेक्स्ट मैसेज मिलने की संभावना 58 प्रतिशत कम मिली। सर्वे में बताया गया कि पिक्सल यूजर्स के लिए यह संभावना और भी कम थी लगभग 96 प्रतिशत तक। वहीं, आईओएस यूजर्स को एंड्रॉयड यूजर्स के मुकाबले 65 प्रतिशत ज्यादा स्कैम टेक्स्ट मिले। गूगल ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि एंड्रॉयड का एआई-आधारित मल्टी-लेयर सिक्योरिटी सिस्टम यूजर्स को धोखाधड़ी और ऑनलाइन स्कैम से बचाने में अहम भूमिका निभाता है। यह सिस्टम किसी भी खतरे को यूजर तक पहुंचने से पहले ही पहचानकर रोक देता है। गूगल के अनुसार, हर महीने एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म 10 अरब से ज्यादा स्कैम कॉल्स और मैसेजेस को फ्लैग करता है और ब्लॉक कर देता है। इस सर्वे के नतीजों से यह साफ है कि सुरक्षा के क्षेत्र में अब एंड्रॉयड ने बड़ी छलांग लगाई है। आशीष दुबे / 02 नवबंर 2025