राज्य
02-Nov-2025
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भोपाल (ईएमएस) । एम्स भोपाल में फिजियोलॉजी विभाग के अतिरिक्त प्रोफेसर डॉ. वरुण मल्होत्रा द्वारा लिखित पुस्तक “क्लिनिकल फिजियोलॉजी: ए प्रॉब्लम-सॉल्विंग अप्रोच” का लोकार्पण किया गया।पुस्तक का विमोचन एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) माधवानन्द कर द्वारा संकाय सदस्यों और विद्यार्थियों की उपस्थिति में किया गया।यह पुस्तक समस्या-आधारित शिक्षण पद्धति के माध्यम से फिजियोलॉजी को वास्तविक क्लिनिकल परिदृश्यों से जोड़ती है।यह पुस्तक जटिल शारीरिक (फिजियोलॉजिकल) अवधारणाओं को सरल बनाते हुए विद्यार्थियों में विश्लेषणात्मक सोच और रोगी-केंद्रित दृष्टिकोण विकसित करने में सहायक है। एम्स भोपाल में एक महत्वपूर्ण चिकित्सा पुस्तक “क्लिनिकल फिजियोलॉजी: ए प्रॉब्लम-सॉल्विंग अप्रोच” का लोकार्पण किया गया। यह पुस्तक एम्स भोपाल के फिजियोलॉजी विभाग के अतिरिक्त प्रोफेसर डॉ. वरुण मल्होत्रा द्वारा लिखी गई है। पुस्तक का विमोचन एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) माधवानन्द कर द्वारा संकाय सदस्यों, चिकित्सकों और विद्यार्थियों की उपस्थिति में किया गया। नई दिल्ली स्थित एसएलसी इंडिया पब्लिशर्स द्वारा प्रकाशित यह पुस्तक चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में एक अभिनव दृष्टिकोण प्रस्तुत करती है। इसमें पारंपरिक पद्धतियों से आगे बढ़कर विद्यार्थियों को वास्तविक मरीजों के उदाहरणों के माध्यम से यह समझाया गया है कि शरीर के सामान्य कार्यों में होने वाले परिवर्तन कैसे रोगों के लक्षणों के रूप में दिखाई देते हैं। पुस्तक की भूमिका फिजियोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. संतोष वाकोड़े ने लिखी है, जबकि एनाटॉमी विभाग के अतिरिक्त प्रोफेसर डॉ. बृजेश कुमार ने इसके चित्र बनाए हैं। इस अवसर पर प्रो. (डॉ.) माधवानन्द कर ने डॉ. मल्होत्रा को चिकित्सा शिक्षा में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक विद्यार्थियों में विश्लेषणात्मक सोच और तर्कसंगत निर्णय क्षमता को विकसित करने में मदद करेगी। डॉ. वरुण मल्होत्रा ने अपने वक्तव्य में कहा कि इस पुस्तक का उद्देश्य फिजियोलॉजी के जटिल सिद्धांतों को सरल बनाकर उन्हें मरीजों की देखभाल से सीधे जोड़ना है। ईएमएस/02नवंबर2025