ज़रा हटके
03-Nov-2025
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कैलिफोर्निया(ईएमएस)। ओकलैंड म्यूज़ियम ऑफ कैलिफोर्निया की ऑफ-साइट स्टोरेज फैसिलिटी से 15 अक्टूबर की सुबह-सुबह 1000 से ज़्यादा दुर्लभ वस्तुएं ग़ायब हो गईं। मेटल ज्वेलरी, नेटिव अमेरिकन बास्केट्स, स्क्रिमशॉ वालरस दांत, 20वीं सदी की ट्रॉफियां, कैंपेन बैज और अवॉर्ड्स – ये वो छोटे-छोटे टुकड़े थे जो कैलिफोर्निया की सांस्कृतिक कहानी बुनते थे। अब पुलिस और एफबीआई की आर्ट क्राइम यूनिट जांच में जुटी है। दिलचस्प बात ये है कि ये चोरी हुई सिर्फ चार दिन पहले, जब पेरिस के मशहूर लूव्र म्यूज़ियम से नेपोलियन के अनमोल जवाहरात दिनदहाड़े गायब कर लिए गए थे। दोनों ही मामलों में एक चीज़ कॉमन है, इतिहास के टुकड़ों पर लालच की नज़र। माना जा रहा है कि इससे पेरिस का भी कनेक्शन है। म्यूज़ियम डायरेक्टर लॉरी फोगार्टी ने बताया कि ये कोई हाई-प्रोफाइल आर्ट चोरी नहीं, बल्कि “ऑपर्च्युनिस्टिक” मामला है। चोरों ने बिल्डिंग में घुसकर जो आसानी से हाथ लगा, थैलों में भर लिया। कोई प्लानिंग नहीं, बस लालच। फोगार्टी ने जनता से अपील की – फ्ली मार्केट्स, पुरानी दुकानों या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर ऐसी चीज़ें दिखें तो सूचना दें। विशेष रूप से कलाकार फ्लोरेंस रेज़निकॉफ की ज्वेलरी और नेटिव अमेरिकन बास्केट्स पर नज़र रखने को कहा गया। सूची लंबी है – गोल्ड रश युग की यादें, नेटिव हस्तकला, समुद्री हाथी दांत पर उकेरी कलाकृतियां, खेल ट्रॉफियां और राजनीतिक बैज। ये सिर्फ़ सामान नहीं, कैलिफोर्निया के सामाजिक इतिहास के दस्तावेज़ थे। एक्सपर्ट्स का कहना है कि चोर शायद इनकी असली वैल्यू नहीं जानते; उन्हें बस जल्दी नकदी चाहिए। एक पूर्व पुलिस अधिकारी ने चेताया, “ऐसे लोग म्यूज़ियम वैल्यू नहीं, स्क्रैप वैल्यू देखते हैं।”पुलिस को शक है कि सामान पहले ही ऑनलाइन बिक चुका होगा। एफबीआई आर्ट क्राइम टीम डिजिटल ट्रेल्स खंगाल रही है। यह पहली घटना नहीं – 2013 में इसी म्यूज़ियम से गोल्ड रश ज्वेल बॉक्स चोरी हुआ था, जो पब्लिक टिप के बाद एक पॉन शॉप से बरामद हुआ। दिलचस्प संयोग: ठीक चार दिन पहले पेरिस के लूव्र से नेपोलियन के जवाहरात दिनदहाड़े ग़ायब हुए। दोनों मामलों में लालच एक, निशाना इतिहास।म्यूज़ियम ने चोरी की पूरी इन्वेंट्री वेबसाइट पर अपलोड कर दी है। जनता से आग्रह – कोई संदिग्ध वस्तु दिखे तो तुरंत संपर्क करें। यह चोरी सिर्फ़ सामान की नहीं, कैलिफोर्निया की साझा विरासत की है। इतिहास को थैलों में बंद होने से बचाना अब सबकी ज़िम्मेदारी है। वीरेंद्र/ईएमएस 03 नवंबर 2025