बीजिंग (ईएमएस)। चाइना के शंघाई शहर में एक अनोखा बाजार लगता है जहां आने वाले लोग सामान खरीदने नहीं बल्कि शादी के लिए रिश्ते तलाशने आते हैं। शंघाई स्थित पीपुल्स पार्क में हर शनिवार और रविवार दोपहर का नजारा किसी अनोखे बाजार जैसा होता है। इस “मैरिज मार्केट” में सैकड़ों माता-पिता अपने अविवाहित बच्चों के लिए जीवनसाथी की खोज में जुटे रहते हैं। अगर कोई युवक या युवती 30 की उम्र पार कर चुका है और अभी तक अविवाहित है, तो माता-पिता का पहला कदम इसी पार्क की ओर होता है। वे अपने बच्चों की तस्वीरें, उम्र, लंबाई, नौकरी, सैलरी, शौक और अपेक्षाओं जैसी जानकारियां ए4 शीट पर लिखकर छातों या बोर्डों पर टांग देते हैं। यह नज़ारा किसी जॉब फेयर या प्रॉपर्टी एक्सपो जैसा होता है, फर्क सिर्फ इतना है कि यहां सौदा होता है जीवनसाथी का। यह परंपरा 1996 में शुरू हुई थी और इसे चीन की “वन चाइल्ड पॉलिसी” का सामाजिक परिणाम माना जाता है। दशकों बाद यह नीति एक असंतुलन छोड़ गई आज चीन में करीब 4 करोड़ पुरुषों की संख्या महिलाओं से अधिक है। वहीं, “शेंग नू” यानी ‘बची हुई लड़कियों’ को समाज में ताने सुनने पड़ते हैं। 2025 में, जब चीन की आबादी लगातार घट रही है और 2024 में 13.9 लाख की कमी दर्ज हुई, तब यह बाजार और भी सक्रिय हो गया। शंघाई के ह्वांगपू जिले में स्थित यह पार्क वीकेंड पर एक खुला वैवाहिक मेला बन जाता है। माता-पिता फोल्डिंग स्टूल पर बैठकर दूसरों को अपने बच्चों की प्रोफाइल दिखाते हैं, मिलते-जुलते परिवारों से बात करते हैं और अगर प्रोफाइल पसंद आ जाए तो संपर्क साझा करते हैं। कई बार वे “फैमिली डिनर” भी तय कर लेते हैं बिना अपने बच्चों को बताए। हालांकि, युवा पीढ़ी इस तरह के कदमों को अपनी निजता में दखल मानती है और कई बार इससे नाराज भी हो जाती है। दिलचस्प बात यह है कि अब इस तरह के मैरिज मार्केट सिर्फ शंघाई तक सीमित नहीं हैं। बीजिंग, चेंगदू और ग्वांगझो जैसे बड़े शहरों में भी इसी तरह के पार्क उभरने लगे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि चीन के युवा अब करियर, बढ़ती महंगाई और महंगे घरों के कारण शादी को प्राथमिकता नहीं दे रहे हैं। 2024 में शादियों की संख्या में 17 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि जन्म दर ऐतिहासिक रूप से सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई। सरकार अब विवाह और मातृत्व को प्रोत्साहित करने के लिए नकद प्रोत्साहन और बहु-संतान नीतियों की घोषणा कर रही है, लेकिन इसका प्रभाव सीमित दिख रहा है। सुदामा/ईएमएस 03 नवंबर 2025