पटना,(ईएमएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार विधानसभा चुनाव में सोमवार को सहरसा में चुनावी रैली को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि बिहार की महिलाओं और युवाओं से राजद और कांग्रेस की जंगलराज ताकतों के खिलाफ सतर्क रहने का आह्वान किया। साथ ही, उन्होंने प्रगति और सशक्तिकरण पर केंद्रित एक मजबूत एनडीए सरकार का आश्वासन दिया। अपने विकास के नारे को दोहरकर उन्होंने कहा, एनडीए की पहचान विकास से है और राजद और कांग्रेस की पहचान विनाश है। पीएम मोदी ने कहा कि मैं बिहार की हर बहन-बेटी से भी कहना चाहूँगा कि वे सतर्क रहें। ये जंगलराज वाले लोग आपको मिलने वाली किसी भी तरह की मदद को रोकना चाहते हैं। चाहे राजद हो या कांग्रेस, इनका विकास से कोई लेना-देना नहीं है। लेकिन एनडीए की पहचान विकास से है और राजद और कांग्रेस की पहचान विनाश है। अपने पहले मतदान के अनुभव को याद कर, प्रधानमंत्री मोदी ने युवाओं को प्रेरित करने के लिए एक निजी किस्सा साझा किया, 6 नवंबर की सुबह, सहरसा और मधेपुरा में मतदान होगा। इस चुनाव में, कई युवा बेटे-बेटियाँ हैं जो पहली बार मतदान करने वाले है। जब मैंने पहली बार वोट डाला, तब मेरी एक इच्छा थी कि मेरा वोट बर्बाद न हो। मैं लहर देखूँगा, और मेरा वोट सरकार बनाए। यही मैंने पहली बार वोट डालते समय सोचा था। और मुझे खुशी है कि मैं सफल रहा। अब मैं आपसे भी कहता हूँ कि आपका पहला वोट सरकार बनाने वाला वोट होना चाहिए, और एनडीए की सरकार बनने जा रही है। आपका वोट एनडीए सरकार को मज़बूत करेगा। विपक्ष के बीते रिकॉर्ड की तीखी आलोचना कर, प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि कैसे कांग्रेस-राजद गठबंधन के तहत बिहार में प्रमुख बुनियादी ढाँचा परियोजनाएँ ठप्प हुई। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोसी रेल महासेतु पुल का शिलान्यास पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने साल 2003 में किया था। लेकिन फिर, 2004 में, राजद के समर्थन से दिल्ली में मनमोहन सिंह की कांग्रेस सरकार सत्ता में आई। और फिर, 2005 में, नीतीश कुमार के नेतृत्व में यहाँ सरकार बनी। बिहार की जनता ने राजद को हर गली से मिटा दिया। पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि और इसी वजह से राजद का गुस्सा और अहंकार सातवें आसमान पर पहुँच गया। वे बिहार की जनता से इतने नाराज़ थे कि बिहार को बर्बाद करने पर तुले हुए थे। दिल्ली की सरकार उनके समर्थन से चल रही थी। इसलिए, दिल्ली सरकार में मनमोहन और सोनिया के बगल में बैठकर, उन्होंने बिहार से बदला लेना शुरू कर दिया। और उन्होंने क्या किया? उन्होंने बिहार के लोगों के कल्याण के लिए बनाई गई सभी परियोजनाओं पर रोक लगा दी। उन्होंने बिहार के लिए धन रोक दिया। आशीष दुबे / 03 नवबंर 2025