लंदन (ईएमएस)। दुनिया के सबसे खतरनाक 5 एयरपोर्ट में पडोसी देश नेपाल का लुकला एयरपोर्ट नंबर वन पर आता है। इसके बाद भूटान का पारो, फ्रांस का कूर्शेवेल, पुर्तगाल का मदीरा और होंडुरास का टोंकोटिन इंटरनेशनल एयरपोर्ट दुनिया के सबसे खतरनाक एयरपोर्ट्स माने गए हैं। एविएशन एक्सपर्ट्स की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, इन जगहों पर ज़रा-सी गलती या हवा की दिशा बदलने मात्र से बड़ा हादसा हो सकता है। एविएशन सेफ्टी नेटवर्क का कहना है कि इन एयरपोर्ट्स पर दुर्घटना दर सामान्य से करीब 10 गुना अधिक है। सबसे खतरनाक एयरपोर्ट्स की लिस्ट में पहले नंबर पर है नेपाल का लुकला एयरपोर्ट, जिसे टेंजिंग-हिलरी एयरपोर्ट भी कहा जाता है। यह समुद्र तल से 2,860 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और इसका रनवे मात्र 527 मीटर लंबा है। एक ओर ऊंची चट्टानें हैं तो दूसरी तरफ 600 मीटर गहरी घाटी, जिससे लैंडिंग बेहद जोखिम भरी हो जाती है। यहां केवल वही पायलट उतर सकते हैं जिन्होंने कम से कम 100 शॉर्ट टेकऑफ एंड लैंडिंग (STOL) फ्लाइट्स का अनुभव लिया हो। 2025 में यहां दो घातक हादसे हुए, जिनमें 15 लोगों की जान चली गई। पायलट्स के मुताबिक, इस एयरपोर्ट पर हर फ्लाइट लैंड कराना लॉटरी जीतने जैसा अनुभव होता है। दूसरे स्थान पर है भूटान का पारो इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जो 2,200 मीटर की ऊंचाई पर बसा है और चारों ओर 5,500 मीटर ऊंचे पहाड़ों से घिरा है। यहां विजिबिलिटी बेहद कम होती है, और पायलट्स को मैन्युअल मोड में लैंडिंग करनी पड़ती है। पूरी दुनिया में केवल 50 पायलट्स को यहां उतरने की अनुमति है। एक मामूली गलती भी विमान को पहाड़ों से टकराने पर मजबूर कर सकती है। फ्रांस का कूर्शेवेल अल्टिपोर्ट तीसरे नंबर पर है। 2,000 मीटर ऊंचाई पर स्थित यह एयरपोर्ट स्की रिसॉर्ट के बीच बना है। इसका रनवे मात्र 537 मीटर लंबा है और इसमें 13 प्रतिशत की ढलान है। यहां कोई ग्राउंड लाइट नहीं होती और लैंडिंग पूरी तरह विजुअल गाइडेंस पर निर्भर करती है। बर्फबारी के दौरान यह जगह और भी खतरनाक हो जाती है। चौथे स्थान पर पुर्तगाल का मदीरा एयरपोर्ट है, जिसे क्रिस्टियानो रोनाल्डो इंटरनेशनल एयरपोर्ट भी कहा जाता है। अटलांटिक महासागर के बीच स्थित यह एयरपोर्ट तेज हवाओं और क्रॉस-विंड्स के कारण बेहद चुनौतीपूर्ण है। 1960 और 1970 के दशक में यहां 50 से ज्यादा दुर्घटनाएं हुईं। रनवे बढ़ाए जाने के बाद हालात बेहतर हुए हैं, लेकिन आज भी यहां पायलट्स को विशेष प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है। पांचवां और अंतिम नाम है होंडुरास का टोंकोटिन एयरपोर्ट। यह एयरपोर्ट 1,000 फीट की ऊंचाई पर पहाड़ी इलाके में स्थित है। यहां विमान को 45 डिग्री के तेज मोड़ से होकर रनवे तक पहुंचना पड़ता है। सुदामा/ईएमएस 05 नवंबर 2025