- शातिर ने खुद को वकील बताकर दंपत्ति को लगाई चपत - कोर्ट के आदेश न पर दर्ज हुई एफआईआर - केस डायरी दिखाने को कहा तब खुली पोल, आरोपी हो गया चंपत भोपाल(ईएमएस)। पुराने शहर के शाहजहांनाबाद थाना इलाके में एक जालसाज ने शातिर ने खुद को वकील बताकर दंपति से सवा लाख से अधिक की रकम ऐठं ली। पुलिस ने यह मामला कोर्ट के आदेश के बाद दर्ज किया है। दरअसल फरियादी द्वारा सहारा इंडिया में इंवेस्ट की हुई रकम उलझ गई थी। इस रकम को वापस दिलाने का झांसा देते हुए शातिर ने खुद को वकील बताते हुए फरियादी से 1 लाख 33 हजार रुपये ऐठें और चंपत हो गया। इसका खुलासा काफी समय बीत जाने के बाद उस समय हुआ जब फरियादी ने आरोपी से मामले में अब तक हुई कार्यवाही की जानकारी पाने के लिये उससे केस डायरी दिखाने को कहा। मामला साल 2022 का है, परेशान पीड़ित पक्ष ने पुलिस में शिकायत की थी, लेकिन कोई सुनवाई न होने पर उन्होंने कोर्ट में गुहार लगाई थी। अदालत के आदेश पर अब शाहजहांनाबाद थाने में धोखाधड़ी का मामला कायम किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार कुम्हारपुर, शाहजहांनाबाद में रहने वाले हरिप्रसाद यादव और उनकी पत्नी उसी क्षेत्र में चाय की दुकान चलाते हैं। काफी समय पहले उन्होंने सहारा इंडिया में फिक्स्ड डिपाजिट कर रखा था, जिसकी कीमत साल 2022 में करीब 10 लाख रुपये हो गई थी। सहारा कंपनी का प्रकरण कोर्ट में लंबित होने पर उनकी जमा रकम फंस गई। वह अपना पैसा वापस पाने के लिये रास्ता तलाश रहे थे। उनकी चाय की दुकान पर आना वाला पप्पू रजक उर्फ शिवचरण रजक (52) खुद को वकील बताता था। दंपति ने अपनी परेशानी उसे बताई तब उसने कहा की वो कोर्ट में केस लड़कर उनकी फंसी हुई रकम वापस दिलवा देगा लेकिन इसके ऐवज में फीस के रुप में वो मिलने वाले पैसै का 25 प्रतिशत लेगा। उसकी बात पर दंपति राजी हो गये इसके बाद पप्पू उर्फ शिवचरण को केस लड़ने के लिए एडवांस के रूप में 50 हजार रुपये दे दिये। आरोपी ने चार महीने में उनकी रकम वापस दिलवाने का भरोसा दिलाया था। तय समय बीत जाने के बाद जब दंपति ने उससे मामले की जानकारी मांगी तब पप्पू ने कहा कि निचली अदालत में मामला नहीं चल सकेगा इसके लिये केस जबलपुर हाईकोर्ट में लगाना पड़ेगा उसकी बात मानकर फरियादी ने 3 हजार रुपये दे दिए। कुछ महीने बाद आरोपी ने रकम को जल्द वापस दिलाने का झांसा देकर हाईकोर्ट के वकील को देने के नाम पर 80 हजार रुपये और ऐंठ लिए। लेकिन हर बार समय बीत जाने पर आरोपी टालमटोल करता रहा। पीड़ित दंपति को संदेह हुआ और उन्होंने उससे प्रकरण से संबधित केस डायरी दिखाने को कहा। कई बार कहने और दबाव बनाने पर भी वह टालमटोल करता रहा और आखिरकार उसने फरियादी से संपर्क करना बंद कर दिया। पीड़ित ने इसकी शिकायत पहले एमपीनगर और हबीबगंज थाने में की थी, लेकिन सुनवाई नहीं होने पर उन्होंने भोपाल न्यायालय में परिवाद लगाया था। कोर्ट ने मामले में संज्ञान लिया और सुनवाई के बाद थाना शाहजहांनाबाद को मामला कायम करने का आदेश दिया, अदालत के आदेश के बाद एफआईआर दर्ज कर पुलिस आगे की कार्यवाही में जुटी है। जुनेद / 6 नवंबर