क्षेत्रीय
06-Nov-2025
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- अनेक वाहनो के बने चालान, चालको की पुलिसकर्मियो से हुई बहस - आगे पीछे बैठे हेलमेट पहने वाहन सवारो का पुलिस ने हार पहनाकर किया सम्मान भोपाल(ईएमएस)। राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के पांच शहरों में 4 साल की उम्र से बड़े पिलियन राइडर (पीछे बैठने वाले) सवारो के लिए भी गुरुवार से हेलमेट अनिवार्य हो गया है। भोपाल ट्रैफिक पुलिस ने चौराहा-तिराहों पर पाइंट लगाकर हेलमेट न पहनने वालों के खिलाफ चालानी कार्रवाई की है। हालांकि पहले दिन लोगों में इसे लेकर जागरुकता नहीं दिखी। काफी कम संख्या में बाइक पर पीछे बैठे लोग हेलमेट लगाए नजर आये। वहीं पीछे बैठै कई लोग पुलिस कार्यवाही से बचने के लिये अपनी गोदी में हेलमेट रखकर चल रहे थे। कार्यवाही के दौरान यह भी सामने आया की कई वाहन चालको को इस नियम की जानकारी ही नहीं थी, कि आज से यह नियम लागू हो गया है। भोपाल पुलिस ने करीब 52 पाइंटों पर सुबह 10.30 बजे से चैकिंग शुरू की। जिसमें 100 से अधिक पुलिसकर्मी चालानी कार्रवाई में जुटे रहे हैं। चौराहो तिराहो पर 20 पाइंट जबकि थानों के करीब 32 पाइंट लगाए गए। डीसीपी ट्रैफिक जितेंद्र सिंह पवार ने बताया कि ट्रैफिक पुलिस ने शहर के प्रमुख चौराहों पर हेलमेट चैकिंग कर चालानी कार्रवाई की है। इस कार्यवाही में ओला-उबर और रैपिडो वालों के चालानो की संख्या अधिक बताई जा रही हैं। पहले दिन शहर में ट्रैफिक पुलिस की सख्ती को देखते हुए कई वाहन चालक चैकिंग पाइंट को देख रांग साइड से वाहन लेकर भागते हुए भी नजर आए। इस दौरान कई पांइट पर महिला वाहन चालकों को भी रोका गया। कई युवतियों ने भी नियम की जानकारी न होने की बात कह कर पुलिसकर्मियों से बहस करते हुए कहा की उन्हें इस नियम की जानकारी नहीं है कि गाड़ी पर पीछे बैठने वाले को भी हेलमेट पहनना अनिवार्य है। लेकिन पुलिस ने सभी के खिलाफ चालानी कार्यवाही की। * चालान के साथ ही नियमो का पालन करने वालो को हार पहनाया पहले दिन की गई कार्रवाई को लेकर जहां कई वाहन चालको और पुलिसकर्मियों के बीच बहस बाजी भी हुई। वहीं पुलिस ने ऐसे वाहन चालकों का हार पहनना का सम्मान भी किया जिस पर बैठे दोनों सवार हेलमेट पहने हुए थे। * भोपाल सहित चार शहरो में बरती जायेगी सख्ती 5 शहरो में एक्सीडेंट में हुई सबसे अधिक मौतें जानकारी के अनुसार अभियान को लेकर आने वाले दिनो में सबसे अधिक सख्ती भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन में की जाएगी। इसका कारण यह है, की सड़क हादसो में हुई मौतो के आंकड़ो के अनुसार प्रदेश के इन पांच शहरों में ही सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाओ में मौतों के मामले सामने आए हैं। साल 2024 में प्रदेश में करीब 14,791 लोगों की मौत सड़क दुर्घटना में हुई थी। हादसो की जॉच के बाद जुटाये गये आंकड़ों में सामने आया की प्रदेश में लगभग 80 फ़ीसदी वाहन चालक हेलमेट नहीं लगाते। आला अधिकारियो ने बताया की फिलहाल 5 बड़े शहरों में इसे लागू किया गया है। अगले चरण में इसे पूरे प्रदेश में लागू करेंगे। कार्यवाही को लेकर अफसरो का कहना है की मोटर व्हीकल एक्ट के तहत 4 साल की उम्र से बड़े पिलियन राइडर के हेलमेट पहनने का नियम पहले से है, लेकिन अब इसमें सख्ती बरती जाएगी। और कार्यवाही से पहले 15 दिन तक अभियान चलाकर लोगों को इसकी जानकारी दी गई थी। इसलिए चालको का ये कहना गलत है, कि जानकारी नहीं थी। * स्थाई चेकिंग पॉइंट्स के साथ हर जोन में चलित टीम भी मुस्तैद ट्रैफिक डीसीपी जितेंद्र सिंह पंवार ने बताया कि शहर के स्थायी चेकिंग पॉइंट्स के साथ हर जोन में एक चलित टीम भी सक्रिय है, जो ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों पर नजर रख रही है। सभी चालान पॉइंट ऑफ सेल (पीओएस) मशीनों के माध्यम से ही बनाए जाएंगे। जो लोग ऑनलाइन ट्रांजेक्शन नहीं करते, उन्हें मौके पर ही पीओएस से चालान रसीद दी जाएगी। जुनेद / 6 नवंबर