-आत्मस्वीकृति और शरीर से प्रेम का संदेश भोपाल (ईएमएस)। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के टैगोर नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में गुरुवार को चर्चित नाटक ‘मास’ (Mass) का शानदार मंचन हुआ। इस एकल नाट्य प्रस्तुति ने दर्शकों को आत्मस्वीकृति और शरीर से प्रेम करने का गहरा संदेश दिया। मुंबई की प्रसिद्ध थिएटर कलाकार ज्योति डोगरा ने अपने सशक्त अभिनय और भावनात्मक प्रस्तुति से सभी का दिल जीत लिया। करीब दो घंटे चले इस नाटक में उन्होंने समाज द्वारा बनाए गए शारीरिक सौंदर्य के मानकों पर सवाल उठाए और बताया कि किसी व्यक्ति की कीमत उसके रूप, वजन या कद से नहीं आंकी जा सकती। नाटक का संदेश था कि हर इंसान को अपने शरीर को स्वीकार कर उससे प्रेम करना चाहिए, क्योंकि आत्मसम्मान और सच्चा आत्मविश्वास तभी संभव है जब हम खुद को पूरी तरह स्वीकार करें। प्रदर्शन के बाद दर्शकों ने ज्योति डोगरा से संवाद कर अपने विचार साझा किए। इस अवसर पर बड़ी संख्या में विद्यार्थी, कलाकार और संस्कृति प्रेमी उपस्थित रहे। नाटक ने यह सशक्त संदेश दिया - “अपने शरीर से प्रेम करें, क्योंकि यही आत्मस्वीकृति का पहला कदम है।”