इन्दौर (ईएमएस) आइआइपीएस में कल आयोजित एक समारोह में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज (आइआइपीएस) के पूर्व छात्रों ने अपने जूनियर विद्यार्थियों की शैक्षणिक उत्कृष्टता को सम्मानित करने के लिए गोल्ड मेडल प्रायोजित किए । 1992 बैच के पूर्व छात्र और वर्तमान में यूके में कार्यरत सुनीत जैन ने कहा कि संस्थान ने उन्हें जीवन की दिशा दी, इसलिए यह योगदान उनके लिए सम्मान की बात है। इस अवसर पर कुलगुरु प्रो. राकेश सिंघाई ने कहा कि सच्ची शिक्षा वही है जो विद्यार्थियों के जीवन से निकल जाने के बाद भी उन्हें प्रेरणा देती रहे। संस्थान के पूर्व छात्रों का यह योगदान गर्व का विषय है। कुलसचिव प्रज्जवल खरे ने कहा, ऐसे प्रयास न केवल शिक्षा को सशक्त बनाते हैं, बल्कि पूर्व छात्रों और विश्वविद्यालय के रिश्ते को भी मजबूत करते हैं। संस्थान की निदेशक प्रो. यामिनी करमरकर ने कहा, यह पहल संस्थान और पूर्व छात्रों के रिश्ते को मजबूत करेगी। बता दें कि यह पहल 1992 बैच के एमबीए (एमएस) दो वर्षीय पाठ्यक्रम और 1997 बैच के एमबीए (एमएस) पांच वर्षीय एकीकृत पाठ्यक्रम के पूर्व छात्रों ने मिलकर की है। उनका कहना है कि यह योगदान उनके संस्थान के प्रति कृतज्ञता और आजीवन संबंध का प्रतीक है। आनन्द पुरोहित/ 06 नवंबर 2025