राज्य
06-Nov-2025
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:: स्कूलों के सभी प्राचार्य, शिक्षक एवं अधीक्षक विद्यार्थियों से नियमित संवाद एवं संपर्क बनाए रखें :: :: संभागायुक्त डॉ. खाडे ने कलेक्टर्स कॉन्फ्रेंस में दिए निर्देश :: इंदौर (ईएमएस)। संभागायुक्त डॉ. सुदाम खाड़े ने आज संभाग के कलेक्टर्स और संभागीय अधिकारियों की बैठक में विभिन्न शासकीय योजनाओं, कार्यक्रमों और विकासात्मक गतिविधियों की जिलेवार समीक्षा की। बैठक में इंदौर कलेक्टर शिवम वर्मा सहित संभाग के अन्य जिलों में पदस्थ कलेक्टर्स मौजूद थे। डॉ. खाड़े ने लोक शिक्षण विभाग की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि ड्रॉपआउट बच्चों की पहचान कर उनके पालकों से संपर्क किया जाए और उन्हें पुनः विद्यालय से जोड़ा जाए। उन्होंने कक्षाओं का नियमित निरीक्षण करने और शिक्षण गुणवत्ता में निरंतर सुधार लाने पर जोर दिया। सभी कलेक्टरों को अपने जिलों में शिक्षण सुधार की कार्ययोजना बनाकर उसका प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। बोर्ड परीक्षा परिणामों की समीक्षा में 12वीं के नतीजों में इंदौर (1.97%) और आलीराजपुर (8.97%) में आई कमी पर चिंता व्यक्त करते हुए, उन्होंने अधिकारियों को प्रदर्शन सुधारने को कहा। छात्रवृत्ति वितरण की नियमित समीक्षा करने को भी कहा गया। युवाओं में आत्महत्या की बढ़ती प्रवृत्ति पर नियंत्रण के लिए संभागायुक्त ने निर्देश दिया कि सभी प्राचार्य, शिक्षक एवं अधीक्षक विद्यार्थियों से नियमित संवाद एवं संपर्क बनाए रखें और विद्यालयों-छात्रावासों में स्वस्थ मनोरंजक तथा परामर्शात्मक गतिविधियाँ बढ़ाएँ। संभाग में परख ऐप के माध्यम से निरीक्षण में इंदौर संभाग प्रदेश में अग्रणी रहा है। धरती आबा योजना के स्वीकृत कार्यों का निर्माण गुणवत्ता के साथ शीघ्र शुरू करने का निर्देश दिया गया। वन अधिकार अधिनियम के तहत चल रहे 40 हजार 155 दावों के निराकरण के लिए 31 दिसंबर की अंतिम समय-सीमा निर्धारित की गई है, जबकि संभाग में अब तक एक लाख से अधिक दावे मान्य हो चुके हैं। वृंदावन ग्राम योजना (32 ग्रामों में ₹144 करोड़ के कार्य स्वीकृत) और प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना सहित लखपति दीदी बनाने की गतिविधियों की भी समीक्षा की गई। डॉ. खाड़े ने सभी कलेक्टरों को शासकीय अस्पतालों और स्वास्थ्य संस्थाओं का नियमित निरीक्षण करने, चिन्हित दवाईयों की उपलब्धता, उपकरणों के रखरखाव और मानव संसाधन प्रबंधन पर ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने भावांतर योजना में किसानों को परेशानी नहीं होने देने की व्यवस्था सुनिश्चित करने, फसलों के अवशेष प्रबंधन पर ध्यान देने और खाद की उपलब्धता बनाए रखने के निर्देश दिए। सड़कों की मरम्मत का कार्य शीघ्र पूर्ण करने का निर्देश भी दिया गया। जल जीवन मिशन के तहत 3901 में से 3336 एकल योजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं। 128 गौ-शालाओं के संचालन की जिम्मेदारी स्व-सहायता समूह/एनजीओ को सौंपने की प्रक्रिया की भी समीक्षा हुई। प्रकाश/06 नवम्बर 2025