क्षेत्रीय
07-Nov-2025
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* हसदेव नदी के तट पर भी कचरे का ढेर * निगरानी नहीं होने का उठा रहे फायदा * जलाने पर हो रहा प्रदूषण कोरबा (ईएमएस) कोरबा नगर निगम क्षेत्र की सफाई व्यवस्था पर ठेकेदार ही ग्रहण लगाने में लगे हैं। जानकारी के अनुसार पहले हसदेव नदी के किनारे कचरा डंप कर रहे थे, अब बांयी तट नहर पर लायंस क्लब उद्यान से लेकर राताखार नहर पुल के बीच ट्रैक्टर में लाकर कचरा फेंक रहे हैं। इसके साथ ही जला भी रहे हैं। इससे आसपास प्रदूषण भी फैल रहा है। इसका एक महत्वपूर्ण कारण सफाई व्यवस्था की निगरानी नहीं होना बताया जा रहा है। 16 निगम के 67 वाडों में कचरा संग्रहण के लिए एसएलआरएम सेंटर बनाए हैं। यहां पर डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण करने के बाद गिले और सुखे कचरे को अलग करते हैं। इसके बाकी कचरे को बरबसपुर भेज दिया जाता है। अब ठेका कंपनियों को एसएलआरएम सेंटर में कचरा पहुंचाने कहा गया है। लेकिन ठेका कंपनी जहां भी खाली जगह मिल रही है, वहां पर कचरा फेंक रहे हैं। लायंस उद्यान के आगे कोई नहीं जाता है। इसके लिए डीडीएम रोड से रास्ता है। यहीं से कचरा ले जाकर लंबे समय से फेंक रहे हैं। वे नजदीक में कचरा फेंककर वाहनों का डीजल बचा रहे हैं। लेकिन इससे क्षेत्र के लोग भी परेशान हैं। इसी तरह राताखार बायपास पर हसदेव नदी के किनारे कचरे को डंप किया जाता है। इससे बारिश के समय कचरा बहकर नदी में चला जाता है। कई लोग तो संजयनगर में नहर में कचरा डंप कर देते हैं। इसके बाद भी कचरा डंप करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही है। नदी नालों के किनारे जहां भी खाली जगह है वहां कचरा फेंक दिया जाता है। आरोप हैं की इसकी सही समय पर निगरानी नहीं होने से सफाई ठेका कंपनी मनमानी कर रहे हैं। * सर्वेश्वर एनीकट के पास पंप हाउस कॉलोनी का कचरा किया जा रहा डंप गेरवा घाट पुल के नीचे ही सर्वेश्वर एनीकट है। एनीकट जाने के मार्ग किनारे पंप हाउस कॉलोनी से कचरा लाकर डाल रहे। जब इसकी शिकायत हुई तो कचरा फेंकना बंद हुआ, लेकिन कुछ लोग अभी भी चोरी छिपे कचरा फेंक रहे हैं। * बरबसपुर से रोज 16 से 18 टन कचरे की बिक्री का आरोप आरोप हैं की नगर निगम बरबसपुर पहुंचने वाले कचरे की बिक्री भी कर रहा है। सीमेंट फैक्ट्री में जलाने के लिए 15 से 18 टन कचरा रोज ले जाते हैं। 1 टन की कीमत 800 रुपए होती है। इसमें प्लास्टिक और कपड़े अधिक होते हैं। इसके बाद भी कहीं भी कचरा फेंक रहे हैं। * बेजा-कब्जा करने के लिए भी गड्डों में डाल रहे कचरा सड़क किनारे खाली जमीन और गड्ढे होने पर अतिक्रमण करने के लिए भी कचरा डंप कर रहे हैं। राताखार में नदी किनारे कई लोगों ने मकान भी बना लिया है। निगम ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई भी की थी। इसके बाद फिर से अतिक्रमण शुरू हो गया है। * किसी भी स्थान में कचरा फेंकने पर करेंगे कार्यवाही नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय तिवारी का कहना है कि कहीं भी कचरा नहीं फेंक सकते। मामले में जानकारी लेकर आगे की कार्यवाही की जाएगी। नदी किनारे कचरा फेंकने पर रोक लगाई गई है।