राष्ट्रीय
16-Nov-2025


- पाकिस्तान के हैंडलर वीडियो भेजकर देते थे ट्रेनिंग नई दिल्ली,(ईएमएस)। दिल्ली कार धमाके और आतंकी उमर को लेकर लगातार खुलासे हो रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि धमाका करने वाले आतंकी ने अपने किराए के मकान में ही बम बनाने की प्रयोगशाला तैयार की थी। वहीं पाकिस्तान के हैंडलर उसे ट्रेनिंग देते थे। सूत्रों का कहना है कि उसने कार में आईईडी रखी थी जो कि ठीक से असेंबल नहीं थी। यह आईईडी उसने अपने घर पर ही तैयार की थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उमर के मकान में छापेमारी के दौरान बम की फैक्ट्री पाई गई है जिसमें कई टेस्टिंग उपकरण भी मौजूद थे। फरीदाबाद से डॉ. मुजम्मिल की गिरफ्तारी के बाद उमर की लैब के बारे में पता चला था। एक रिपोर्ट में कहा गया था कि डॉ, मुजम्मिल और डॉ. अदील पाकिस्तान में बैठे जैश के हैंडलर फैसल, हाशिम और उकाशा के साथ सीधे संपर्क में थे। वे टेलिग्राम के जरिए बात करते थे। एजेंसियों का मानना है कि डॉ. उमर बम बनाने में एक्सपर्ट था, इसीलिए उसने अपने ही घर पर लैब बना रखी थी। पाकिस्तान से उसे वीडियो भेजे जाते थे। हैंडलर्स के निर्देश के मुताबिक ही केमिकल का इस्तेमाल करता था। जांच में फरीदाबाद में दो जगहों से 358 किलोग्राम और 2563 किलो विस्फोटक बरामद हुआ था। यह विस्फोटक सूटकेस और बैग में पैक था। इसमें कोई भी धातु का टुकड़ा नहीं था। आम तौर पर आतंकी बम में लोहे के छर्रों का इस्तेमाल करते हैं जिससे घायल होने वालों की तादाद बढ़ जाती है। एजेंसियों का कहना है कि शनिवार को नौगाम के थाने में हुआ विस्फोट भी फरीदाबाद मॉड्यूल से जुड़ा था। फरीदाबाद से बरामद किया गया विस्फोटक नौगाम थाने में जांच के लिए रखा था। डीजीपी ने बताया था कि सैंपलिंग के दौरान ही इसमें धमाका हुआ था। सिराज/ईएमएस 16नवंबर25