राष्ट्रीय
16-Nov-2025


पुणे, (ईएमएस)। संदिग्ध आतंकी जुबैर हंगरगेकर की कॉन्टैक्ट लिस्ट में पाकिस्तानी नंबर मिलने की जानकारी सामने आई है। जुबैर हंगरगेकर के मोबाइल की कॉन्टैक्ट लिस्ट में 5 अंतरराष्ट्रीय नंबर मिले हैं। हंगरगेकर के पुराने और इस्तेमाल किए गए हैंडसेट में खाड़ी देशों के नंबर मिले हैं। बताया जा रहा है कि पुराने हैंडसेट में 1 नंबर पाकिस्तान का, 2 नंबर सऊदी अरब के, 1 नंबर ओमान का और 1 नंबर कुवैत का है। देखा गया है कि इस्तेमाल किए गए मोबाइल में ओमान का 1 नंबर और सऊदी अरब के 4 नंबर सेव हैं। इस नंबर के बारे में पूछे जाने पर हंगरगेकर ने पूछताछ के दौरान पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। एक अधिकारी के अनुसार संदिग्ध आतंकी जुबैर हंगरगेकर को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। आपको बता दें कि जुबैर इलियास हंगरगेकर को आतंकवादी संगठन अलकायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट (एक्यूआयएस) के समर्थन में जिहाद फैलाने और देश की एकता व सुरक्षा को खतरे में डालने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। मूल रूप से महाराष्ट्र के सोलापुर के रहने वाले हंगरगेकर फिलहाल कल्याणीनगर स्थित एक सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करता था। वह शादीशुदा हैं और उसके दो बच्चे हैं। उसका परिवार पुणे के कोंढवा इलाके में रहता है। इस बीच, एटीएस मामले की गहन जाँच कर रही है और यह पता लगा रही है कि क्या हंगरगेकर का अलकायदा सदस्यों से कोई संबंध था, उसके पास यह सामग्री क्यों और किस उद्देश्य से थी। पुलिस उसके दोस्त से भी पूछताछ करेगी और उसके मोबाइल व अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की जाँच करेगी। यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या वह किसी अन्य आतंकवादी संगठन के संपर्क में था। ये सभी अंतरराष्ट्रीय नंबर जुबैर हंगरगेकर के लिए महत्वपूर्ण हैं और अनुमान लगाया जा रहा है कि उसका आतंकवादी कनेक्शन सामने आ सकता है। हालाँकि, इस नंबर के बारे में पूछे जाने पर हंगरगेकर ने गोलमोल जवाब दिया है कि उसे नहीं पता कि यह नंबर किसका है या इसका क्या संबंध है। एटीएस अधिकारियों ने कहा, हंगरगेकर का अल-कायदा सदस्यों से संपर्क था या नहीं और उस संपर्क का उद्देश्य क्या था, इसकी जाँच चल रही है। हम यह भी पता लगा रहे हैं कि उसके पास अल-कायदा की सामग्री क्यों और किस उद्देश्य से थी। उसकी हिरासत में मौजूद उसके दोस्त से पूछताछ की जाएगी और उसके मोबाइल व अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की भी जाँच की जाएगी। यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या वह किसी अन्य आतंकवादी संगठन के संपर्क में आया था। इस बीच, एटीएस ने इस महीने की शुरुआत में शहर के विभिन्न इलाकों में तलाशी अभियान चलाया था। यह अभियान आईएसआईएस के एक पुराने मॉड्यूल की जाँच से जुड़ा था। उस समय संदिग्ध कट्टरपंथी व्यक्तियों पर नज़र रखी जा रही थी। इस अभियान के दौरान 19 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था, लेकिन पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया। इन छापों के दौरान पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के साथ कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज़ भी ज़ब्त किए थे। जतिन/संतोष झा- १६ नवंबर/२०२५/ईएमएस