राज्य
16-Nov-2025
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-एसआईआर लोकतंत्र की मजबूती का सबसे प्रभावी साधन -कार्यकर्ता एसआईआर प्रक्रिया में पूर्ण मनोयोग के साथ जुट जाएं -बिहार की प्रचंड जीत के पीछे मोदी जी का नेतृत्व, एसआईआर की दृढ़ प्रतिबद्धता - तरूण चुघ - संगठन की शक्ति और 2028 की जीत, दोनों का आधार है एसआईआर -मतदाता सूची की एक गलती बदल सकती है परिणाम, एसआईआर को दें सर्वोच्च प्राथमिकता -एसआईआर प्रक्रिया हमारे लिए भविष्य की चुनावी सफलता की कुंजी - हेमंत खण्डेलवाल -एसआईआर को पूरी गंभीरता से लागू कर मजबूत करें मेरा बूथ सबसे मजबूत -मेरा बूथ सबसे मजबूत करने की पहली सीढ़ी मतदाता सूची को सही करना है - हितानंद ग्वालियर/भोपाल (ईएमएस)। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं एसआईआर के राष्ट्रीय प्रभारी तरूण चुघ, प्रदेश अध्यक्ष व विधायक हेमंत खण्डेलवाल एवं प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद ने रविवार को ग्वालियर के आकाशवाणी तिराहा स्थित होटल रमाया में ग्वालियर-चंबल संभाग की विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआरआई) को लेकर आयोजित संभागीय बैठक को संबोधित किया। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने एसआईआर प्रक्रिया लोकतंत्र की मजबूती के लिए अत्यंत आवश्यक है। एसआईआर एक पूरी तरह सामान्य, नियमित और संवैधानिक प्रक्रिया है, जिसका पालन हर सरकार, चाहे किसी भी दल की हो अनिवार्य रूप से करती है। एसआईआर लोकतंत्र की मजबूती का सबसे प्रभावी साधन है, इसलिए कार्यकर्ताओं को पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ जुटना हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व विधायक हेमंत खण्डेलवाल ने कहा कि एसआईआर कोई साधारण या एक दल से संबंधित प्रक्रिया नहीं है, बल्कि वर्ष 2028 के चुनाव में भाजपा की जीत और हार को निर्णायक रूप से प्रभावित करने वाला सबसे महत्वपूर्ण चुनावी सफलता की कुंजी है। संगठन की शक्ति और 2028 की जीत, दोनों का आधार एसआईआर है। मतदाता सूची की एक गलती से परिणाम बदल सकते है, इसलिए कार्यकर्ता एसआईआर को सर्वोच्च प्राथमिकता देकर कार्य में जुट जाएं। विधानसभा चुनाव 2028 एवं लोकसभा चुनाव की प्रचंड जीत का आधार, बूथ मजबूती और बीएलए की सक्रिय भूमिका रहेगी। भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद ने कहा कि मतदाता सूची को शुद्ध, अद्यतन और त्रुटिरहित बनाना हम सभी कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी है। एसआईआर को पूरी गंभीरता से लागू कर मेरा बूथ सबसे मजबूत बनाने की जिम्मेदारी पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं की है। बैठक को एसआईआर समिति के प्रदेश संयोजक व विधायक भगवानदास सबनानी ने भी संबोधित किया। भाजपा का उद्देश्य मात्र सत्ता प्राप्त करना नहीं, बल्कि जनसेवा है- तरूण चुघ भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरूण चुघ ने कहा कि लोकतंत्र में प्रत्येक नागरिक और प्रत्येक कार्यकर्ता को वोट देने का अधिकार सुनिश्चित करना अत्यधिक जरूरी है और इसी मतदान व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए एसआईआर की प्रक्रिया की आवश्यकता पड़ती है। यह केवल एक औपचारिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए गंभीर जिम्मेदारी है। इसलिए हर कार्यकर्ता को इसे अत्यंत गंभीरता, प्रतिबद्धता और पूर्ण दक्षता के साथ पूरा करना है। मध्यप्रदेश और गुजरात के भाजपा कार्यकर्ता हमेशा से संगठनात्मक गतिविधियों को आगे बढ़ाने, बूथ प्रबंधन मजबूत करने और पार्टी की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने में अग्रणी भूमिका निभाते आ रहे हैं। भाजपा का उद्देश्य मात्र सत्ता प्राप्त करना नहीं, बल्कि जनसेवा करना है और भाजपा का हर कार्यकर्ता इसी भावना के साथ अपनी जिम्मेदारी निभाता है। उन्होंने कहा कि बीएलए हमारी पूरी चुनावी प्रक्रिया की रीढ़ है। बूथ प्रबंधन से लेकर मतदाता सत्यापन तक प्रत्येक कदम पर बीएलए की सजगता और समर्पण ही संगठन को अधिक मजबूत और प्रभावी बनाता है। बीएलए न केवल अपने शक्ति केंद्र पर जाएं, बल्कि प्रत्येक बूथ पर जाकर मतदाताओं को एसआईआर प्रक्रिया पूरी करने में सहयोग दें। मंडल और बूथ स्तर पर बैठकें कर तुरंत कार्य में जुट जाएं। 4 दिसंबर तक वैध मतदाताओं के नामों की सूची तैयार कर जमा कर दी जाए। लोकतंत्र को सशक्त बनाने, वैध मतदाताओं को उनका अधिकार दिलाने और मतदाता सूची को पूरी तरह शुद्ध करने के लिए भाजपा का हर कार्यकर्ता पूरी तत्परता और समर्पण के साथ एसआईआर अभियान में जुट जाए। एसआईआर मतदाता सूची को स्वच्छ, पारदर्शी और विश्वसनीय बनाने का माध्यम भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरूण चुघ ने कहा कि मतदाता शुद्धिकरण अभियान एक तकनीकी कार्य नहीं, बल्कि लोकतंत्र को शुद्ध, पारदर्शी और सशक्त बनाने का व्यापक प्रयास है। बिहार में एनडीए की प्रचंड जीत के पीछे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नेतृत्व, गृह मंत्री अमित शाह की कुशल रणनीति और राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा का संगठन कौशल के साथ-साथ हजारों भाजपा कार्यकर्ताओं का अथक परिश्रम, बूथों पर सजगता और एसआईआर को लागू करने की दृढ़ प्रतिबद्धता थी। मध्यप्रदेश से भी अनेक अनुभवी नेता और कार्यकर्ता बिहार चुनाव में सहयोग के लिए गए थे और उन्होंने स्थानीय टीम के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया। उस समय विपक्ष भ्रम फैलाने में जुटा हुआ था। कांग्रेस, लालूप्रसाद यादव सहित विपक्षी दल के नेता सभी लगातार वोट चोरी के आरोप लगाकर जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहे थे, परंतु सच यह है कि एसआईआर प्रक्रिया ही किसी भी अनियमितता को रोकने और मतदाता सूची को स्वच्छ, पारदर्शी और विश्वसनीय बनाने का सबसे शक्तिशाली माध्यम बना है। बीएलए सक्रिय होने से बूथ मजबूत बनेगा और चुनाव अधिक पारदर्शी होगा भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरूण चुघ ने कहा कि बिहार में पार्टी कार्यकर्ताओं ने समुद्र मंथन जैसा कठोर परिश्रम किया और जब मंथन होता है, तो हलाहल भी निकलता है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने वह हलाहल पीकर लोकतंत्र के अमृत को सुरक्षित रखा। इसीलिए एसआईआर केवल एक प्रक्रिया नहीं, बल्कि भाजपा की राजनीतिक संस्कृति और संगठनात्मक मजबूती का आधार है। बीएलए जितना सक्रिय होगा, बूथ उतना मजबूत बनेगा और चुनाव उतना अधिक पारदर्शी, निष्पक्ष और विश्वसनीय होगा। निर्वाचन आयोग द्वारा संचालित एसआईआर का उद्देश्य मतदाता सूची को पूरी तरह शुद्ध, पारदर्शी और त्रुटिरहित बनाना है। आज बड़ी संख्या में लोग नौकरी या रोजगार के कारण एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाते हैं, जिससे उनके नाम एक से अधिक स्थानों की सूची में दर्ज हो जाते हैं। कई मतदाताओं की मृत्यु के बाद भी उनके नाम सूची में बने रहते हैं। इसके अलावा कुछ अवांछित नाम जुड़वा देते हैं, ऐसे मामलों की पहचान और सुधार के लिए एसआईआर आवश्यक है। एसआईआर एक संवैधानिक प्रक्रिया है और संविधान में इसके लिए विधिवत प्रावधान किया गया है। पूरी प्रक्रिया के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्वाचन आयोग और प्रशासन के साथ पूर्ण समन्वय रखते हुए कार्य करना है। 2028 की जीत के लिए युद्धस्तर पर काम जरूरी- हेमंत खण्डेलवाल भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक हेमंत खण्डेलवाल ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश की तासीर ही ऐसी है कि यहाँ भाजपा का काम हर क्षेत्र में उत्कृष्ट रहता है और संगठन हर चुनौती को अवसर में बदलने की क्षमता रखता है। एसआईआर कोई साधारण या एक दल से संबंधित प्रक्रिया नहीं है, बल्कि वर्ष 2028 के चुनाव में भाजपा की जीत और हार को निर्णायक रूप से प्रभावित करने वाला सबसे महत्वपूर्ण कारक है। वर्ष 2028 की चुनावी सफलता के लिए जितनी अधिक गंभीरता अभी दिखाई जाएगी, सफलता उतनी ही सुनिश्चित होगी। इसलिए एसआईआर को पूर्ण समर्पण, एकजुटता और युद्धस्तर की तत्परता के साथ लागू करना होगा। उन्होंने कहा कि यदि भाजपा इस प्रक्रिया को केवल औपचारिकता मानकर चलेगी, तो आने वाले समय में चुनाव हमारे लिए चुनौतीपूर्ण स्थिति पैदा कर सकते हैं। लोकसभा और विधानसभा दोनों ही चुनावों में भाजपा के लिए सबसे अधिक चुनौतीपूर्ण वे दो संभाग हैं, जहाँ पिछले वर्षों में बेहद कम मतों के अंतर से जीत-हार तय हुई थी। ऐसे संवेदनशील क्षेत्रों में मतदाता सूची की शुद्धता का महत्व और अधिक बढ़ जाता है। वर्ष 2003 के पहले हुए परिसीमन के बाद वर्तमान मतदाता सूचियों में जिन नामों का पुनर्वितरण हुआ, उनकी सटीकता, सत्यता और अद्यतन स्थिति सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है। यदि मतदाता सूची में एक भी त्रुटि रहती है तो उसका सीधा प्रभाव विधानसभा क्षेत्रों के परिणामों पर पड़ सकता है। एसआईआर सफलता के लिए मिशन मोड में जुटे कार्यकर्ता भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक हेमंत खण्डेलवाल ने कहा कि विधायकगण अपने-अपने क्षेत्रों में निरंतर उपस्थिति बनाए रखें, बूथ स्तर तक निगरानी रखें और एसआईआर की प्रगति पर नियमित बैठकें आयोजित करें। यह सिर्फ एक प्रशासनिक कार्य नहीं, बल्कि संगठन की सामूहिक ज़िम्मेदारी है जो भविष्य की चुनावी जीत को तय करेगी। उन्होंने कहा कि किसी भी कार्यकर्ता को यदि एसआईआर प्रक्रिया में कोई समस्या आए, चाहे वह तकनीकी हो, समन्वय से संबंधित हो या प्रशासनिक, तो वे तुरंत अपने संभाग प्रभारी से संपर्क करें। समस्या निवारण और मार्गदर्शन के लिए पार्टी की पूरी व्यवस्था कार्यकर्ताओं के साथ खड़ी है। उन्होंने बीएलए की भूमिका को सबसे महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि प्रत्येक बीएलए-1 अपने क्षेत्र के बीएलए-2 के साथ लगातार संवाद में रहे, बूथ-दर-बूथ समीक्षा करें और आवश्यक दस्तावेजों की सत्यता की जाँच करें। दोनों मिलकर निष्ठा, ईमानदारी और पूरी जिम्मेदारी के साथ कार्य करें ताकि एसआईआर को अपेक्षित सफलता मिल सके। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया भाजपा की संगठनात्मक शक्ति का आधार है। एसआईआर केवल एक तकनीकी प्रक्रिया नहीं, बल्कि भाजपा की भविष्य की जीत, बूथ मजबूती, पारदर्शिता और मतदाता विश्वास का असली स्तंभ है। उन्होंने आह्वान किया कि वे मिशन मोड में आकर कार्य करें और यह सुनिश्चित करें कि मध्यप्रदेश 2028 के चुनाव में भी प्रचंड बहुमत के साथ भाजपा का परचम लहराए। बूथ की मजबूती ही चुनाव में सफलता की नींव है- हितानंद भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि एसआईआर प्रक्रिया को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की आवश्यकता है। आगामी चुनावों की दृष्टि से मतदाता सूची ही चुनाव का सबसे बड़ा और प्रभावी हथियार है, इसलिए इसे शुद्ध, अद्यतन और त्रुटिरहित बनाना अत्यंत आवश्यक है। वर्तमान में मध्यप्रदेश में 65 हजार से अधिक बूथ हैं और आने वाले समय में इनकी संख्या में और वृद्धि होने वाली है। ऐसे में बूथों को मजबूत करने, संगठन को सुदृढ़ करने और मतदाता सूची को दुरुस्त करने की जिम्मेदारी सभी पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं की है। मेरा बूथ सबसे मजबूत करने की पहली सीढ़ी मतदाता सूची को सही और अद्यतन करना ही है। इस कार्य के लिए सरपंच, जनपद सदस्य, जिला पंचायत सदस्य, पार्षद, जनप्रतिनिधि, मंडल पदाधिकारी और बूथ कार्यकर्ता सभी को समन्वय के साथ लगातार बैठकें कर सक्रिय भूमिका निभानी होगी। मतदाता सूची का शुद्धिकरण लोकतंत्र को मजबूत करने का राष्ट्रीय दायित्व भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद ने कहा कि 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके सभी युवाओं के नाम अनिवार्य रूप से मतदाता सूची में जोड़े जाएँ। जो लोग नौकरी, व्यवसाय या अन्य वजह से किसी क्षेत्र में आए थे लेकिन अब वहां निवास नहीं करते, उनके नाम हटवाने की प्रक्रिया सुनिश्चित की जाए। यदि किसी भी बूथ पर कोई संदिग्ध मतदाता दिखाई दे, तो उसे पहचान कर इसकी सूचना संबंधित अधिकारियों को दी जाए। निर्वाचन आयोग और प्रशासन के साथ पूर्ण पारदर्शिता व सहयोग रखते हुए एसआईआर की हर प्रक्रिया को सही रूप से लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची का शुद्धिकरण केवल तकनीकी कार्य नहीं, बल्कि लोकतंत्र को मजबूत करने का राष्ट्रीय दायित्व है। एक मतदाता का सही नाम जोड़ना, एक संदिग्ध नाम हटाना और एक बूथ को संगठित करना यही चुनावी सफलता की मजबूत नींव तैयार करता है। संगठन तभी मजबूत होता है जब उसका बूथ मजबूत हो और बूथ तभी मजबूत होता है जब वहां की मतदाता सूची शत-प्रतिशत सटीक और विश्वसनीय हो। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा कि वे न केवल समर्पित होकर एसआईआर अभियान में जुटें, बल्कि प्रत्येक मतदाता से संपर्क स्थापित कर उन्हें मतदान व्यवस्था की पारदर्शिता के प्रति जागरूक भी करें। भाजपा कार्यकर्ताओं की प्रतिबद्धता, सजगता और संगठनात्मक क्षमता ही आगामी चुनावों में निर्णायक भूमिका निभाएगी। एसआईआर को गंभीरता से लागू करना ही लोकतंत्र को मजबूत करने का सबसे प्रभावी कदम है। इस अवसर पर प्रदेश शासन के मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, नारायण सिंह कुशवाह, ऐंदल सिंह कंषाना, संभाग प्रभारी विजय दुबे, सांसद भारत सिंह कुशवाह, प्रदेश उपाध्यक्ष व संभाग प्रभारी डॉ. निशांत खरे, संभाग प्रभारी अभय यादव सहित पार्टी के वरिष्‍ठ नेता, संभाग के प्रदेश पदाधिकारी, जिला अध्यक्ष, एसआईआर के जिला संयोजक, जनप्रतिनिधि एवं बीएलए-1 उपस्थित रहे। हरि प्रसाद पाल / 16 नवम्बर, 2025 (भोपाल) इंदौर रेल पुलिस का यात्रियों की सुरक्षा में नवाचार (Bpl08) “हमारी सवारी भरोसे वाली” एवं “पटरी की पाठशाला” अभियानों का शुभारंभ तकनीक, जनसहभागिता और सकारात्मक पुलिसिंग का उत्कृष्ट संगम भोपाल (ईएमएस)। इंदौर पुलिस द्वारा रेलवे यात्रियों की सुरक्षा, सुविधा, विश्वास और जागरूकता को नई दिशा देने हेतु तैयार किए गए दो महत्त्वपूर्ण अभियानों— “हमारी सवारी भरोसे वाली” एवं “पटरी की पाठशाला” का 14 नवम्बर 2025 को रानी लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन, इंदौर में भव्य शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम का लोकार्पण विशेष पुलिस महानिदेशक (रेलवे) रवि कुमार गुप्ता द्वारा ऑनलाइन माध्यम से किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व डीन, IMS, DAVV एवं विख्यात मोटिवेशनल स्पीकर प्रभुनारायण मिश्रा, विशिष्ट अतिथि उप पुलिस महानिरीक्षक (पीएसओ टू डीजीपी मप्र) विनीत कपूर तथा उप पुलिस महानिरीक्षक (रेलवे) पंकज वास्तव उपस्थित रहे। “हमारी सवारी भरोसे वाली” — तकनीक आधारित सुरक्षित यात्रा का नया मानक इस अभियान के तहत स्टेशन परिसर में संचालित सभी ऑटो चालकों का सत्यापन कर उनका पूरा विवरण ऑनलाइन डेटाबेस से जोड़ा जा रहा है। प्रत्येक सत्यापित ऑटो पर लगाए गए क्यूआर कोड को स्कैन करते ही यात्री ड्राइवर की पहचान, वाहन विवरण और सत्यापन स्थिति देख सकेंगे। शिकायत, संदिग्ध गतिविधि अथवा सामान छूटने जैसी स्थिति में भी त्वरित पहचान संभव होगी, जिससे यात्रियों में सुरक्षा और भरोसा दोनों बढ़ेगा। “पटरी की पाठशाला” — बच्चों, महिलाओं और समुदाय में सुरक्षा जागरूकता का प्रभावी प्रयास यह अभियान रेलवे यात्रियों और आसपास के नागरिकों में सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ समाज में नैतिकता और जिम्मेदारी की भावना को सशक्त बनाने की दिशा में केंद्रित है। इसका प्रमुख उद्देश्य रेलवे यात्रियों को सुरक्षा संबंधी जानकारी प्रदान करना, बच्चों में अनुशासन और नैतिक मूल्यों का समावेश करना, महिला सुरक्षा एवं साइबर अपराध से बचाव की जानकारी देना, नशामुक्त समाज की स्थापना की प्रेरणा देना तथा नागरिकों को पुलिस के सहभागी के रूप में जोड़ना है। अभियान में घर–घर पहुंचकर सुरक्षा संबंधी जानकारी दी जा रही है, जबकि बच्चों के लिए विशेष कक्षाओं में कहानी, पोस्टर और गतिविधियों के माध्यम से गुड टच–बैड टच, चलती ट्रेन में चढ़ने–उतरने से बचाव और ट्रैक पार करने के जोखिमों पर मार्गदर्शन दिया जाएगा। स्टेशन क्षेत्र में जोखिमपूर्ण गतिविधियों में लगे बच्चों की पहचान कर उनके पुनर्वास और शिक्षा के प्रयास किए जा रहे हैं। महिला सुरक्षा और साइबर अपराध बचाव के लिए संवादात्मक सत्र आयोजित होंगे, जिनमें आत्मरक्षा, सुरक्षित ऑनलाइन व्यवहार तथा महत्त्वपूर्ण हेल्पलाइन नंबर—112 (आपातकालीन सेवा), 1091 (महिला हेल्पलाइन), 1098 (चाइल्डलाइन), 139 (रेलवे हेल्पलाइन), 1930 (साइबर अपराध रिपोर्टिंग)—की जानकारी प्रदान की जाएगी। अभियान के संदेश को अधिक व्यापक स्तर पर पहुंचाने के लिए नुक्कड़ नाटक, रैली, पोस्टर एवं फ्लेक्स आदि प्रचार माध्यमों का प्रयोग किया जाएगा। इस अभियान के आयोजन से आमजन में सुरक्षा, जागरूकता एवं जिम्मेदारी की भावना का विकास होगा तथा पुलिस और नागरिकों के बीच सहयोग की नई मिसाल स्थापित होगी। संपूर्ण आयोजन पुलिस अधीक्षक रेल, इंदौर पद्म विलोचन शुक्ला के नेतृत्व में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जीआरपी इंदौर का उद्देश्य तकनीक, जनभागीदारी और सकारत्मक पुलिसिंग के माध्यम से रेल यात्रियों की सुरक्षा को नए मानकों पर स्थापित करना है। ‘हमारी सवारी भरोसे वाली’ और ‘पटरी की पाठशाला’ आने वाले समय में रेलवे क्षेत्र में सुरक्षा और जागरूकता के मॉडल अभियानों के रूप में उभरेंगे। कार्यक्रम में उपस्थित जनों ने इन अभियानों को “यात्री सुरक्षा की दिशा में ऐतिहासिक कदम”, “समय की आवश्यकता” और “पुलिस–जनसहयोग का उदाहरणीय मॉडल” बताते हुए इसकी सराहना की। कार्यक्रम का संचालन सेवानिवृत्त मुख्य लिपिक राधेश्याम परमार एवं उनि (अ) मती पूनम शर्मा ने किया। हरि प्रसाद पाल / 16 नवम्बर, 2025