राज्य
21-Nov-2025
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- खुद को ट्राई का अधिकारी बनकर ऐठीं थी करोड़ो की रकम - इदौर सायबर सेल की कार्यवाही - देवास, उज्जैन और भोपाल के रहने वाले है आरोपी भोपाल/इंदौर(ईएमएस)। स्टेट साइबर सेल इंदौर ने खुद को ट्राई का अधिकारी बताकर रिटायर्ड मेडिकल ऑफिसर को डिजिटल अरेस्ट कर करोड़ो की रकम ठगने वाली गैंग के तीन आरोपियो को गिरफ्तार किया है। जॉच में सामने आया की धोखाधड़ी का पैसा गुजरात, गोवा, उ.प्र. और तेलंगना जैसे अलग-अलग राज्यों के 6 बैंक खातों में ट्रांसफर किया गया था। स्टेट साइबर सेल इंदौर द्वारा तत्काल पैसे को फ्रीज करवाया गया और उन खातों से जुड़े हुए मध्य प्रदेश के आरोपी सादिक पटेल, आरोपी शाहिद खॉन और सोहेल खोकर को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी सोहेल फिलहाल भोपाल में रह रहा था। इनके एकांउट में ठगी की रकम ट्रांसफर की गई थी। * 538 करोड़ के मनी लांड्रिंग केस में मिलीभगत बताई मिली जानकारी के अनुसार इंदौर निवासी सेवानिवृत्त मेडिकल ऑफिसर अपनी पत्नी के साथ खुद के मकान में रहते हैं। उनके बेटे विदेश में है। 21 सिंतबर 2025 को अज्ञात आरोपी ने उन्हें कॉल करके खुद को टेलीफोन रेगुलेटरी अथॉरिटी का अधिकारी बताते हुए कहा की उनके दो मोबाइल नंबरों को आपराधिक गतिविधियों में उपयोग किया गया है। ठगो ने उन्हें डराते हुए कहा की मुंबई में हुए 538 करोड़ के मनी लांड्रिंग केस में गिरफ्तार हुए नरेश गोयल के बयान में उनका आधार कार्ड का उपयोग कर बैंक खाता खोलने की इजाजत देना बताया और इसके बदले में उन्हें लगातार कमीशन भी मिला है। * ऑनलाइन कोर्ट में पेश कर केस चलाने की धमकी दी बाद में फरियादी को ऑनलाइन कोर्ट में पेश करने की बात कही गई। 2 दिन बाद साइबर ठगों ने पीडित को वीडियो कॉल कर कोर्ट रूम दिखकर उनके खिलाफ केस चलने की धमकी देकर चल-अचल संपत्ति की जानकारी मांगी। डर के कारण फरियादी ने अपनी सारी संपत्ति का ब्यौरा व्हाट्सएप के माध्यम से उन्हें दे दिया। * एक महीने तक करते रहे कॉल करोड़ो की रकम निकालने पर बैंक को भी नहीं दी सही जानकारी साइबर ठग फरियादी को लगातार लगभग एक माह तक कॉल करते रहे लेकिन उनकी धमकियों के कारण फरियादी ने इसकी जानकारी किसी को नहीं दी। वह सायबर ठगों के कहने पर उनके बताए एकाउंट में रकम ऑनलाइन ट्रांसफर करते रहे। अक्टूबर के महीने में आवेदक इंदौर से 2 दिन के लिए, दूसरे अन्य शहर भी गए जहां उनकी बैंक की होम ब्रांच थी। वहां बैंक वालों ने इतनी बड़ी रकम को विड्रोल करने पर उनसे पूछताछ की तब उन्होनें बैंक को सही जानकारी नहीं देते हुए मुंबई में एक फ्लैट खरीदने का कारण बताकर अपनी फिक्स्ड डिपॉजिट कैश कर ली। * 4 करोड़ 32 लाख दे दिये, होम लोन लेने पर बैंक वालो ने बताई ठगी की बात इस तरह कई ट्रांजैक्शन में फरियादी द्वारा एक महीने में 4 करोड़ 32 लाख की रकम साइबर ठगों को आरटीजीएस कर दी गई। और इसके बारे में अपने बेटे या अन्य रिश्तेदार को भनक तक नहीं लगने दी। ठगो द्वारा और पैसा मांगने पर पीड़ित मकान गिरवी रख होम लोन लेने की तैयारी कर रहे थे। तब उसे बैंक वालों से बातचीत करने पर मालूम चला कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है। बाद में रिश्तेदार को जानकारी लगी तब वह उन्हें लेकर स्टेट साइबर सेल इंदौर आए और शिकायत की। * मुंबई के संदिग्ध बैंक खातो को फ्रीज कराया, 3 आये शिकंजे में पुलिस से बचने कई राज्यो के खातो में भेजी गई रकम स्टेट साइबर सेल ने घटना की जानकारी मिलने पर तत्काल ही भारत सरकार गृह मंत्रालय के समन्वय पोर्टल एवं टोल फ्री नंबर का उपयोग कर, मुंबई के संदिग्ध बैंक खाते को फ्रीज करवाते हुए फरियादी के कई बैंक ट्रांजैक्शंस की डिटेल के आधार पर मामला कायम कर आगे की जॉच शुरु की। सायबर सेल टीम ने ट्रांसफर की गई ठगी की रकम के खाता धारक सादिक पटेल निवासी, देवास, शाहिद (55) निवासी उज्जैन और सोहेल (26) निवासी, हरमाला रोड, रतलाम हाल पता, अशोका गार्डन भोपाल को गिरफ्तार कर लिया। साइबर ठगों द्वारा ठगी की रकम को गुजरात, गोवा, उ.प्र. तथा तेलंगना जैसे अलग-अलग राज्यों के 6 बैंक खातों में ट्रांसफर की गयी। गिरफ्तार आरोपियो को इंदौर कोर्ट में पेश कर सेंट्रल जेल इंदौर भेज दिया गया है। जुनेद / 21 नवंबर