विसर्जन घाट निर्माण के लिए 20 करोड की मिल चुकी है मंजूरी भोपाल (ईएमएस)। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने भोपाल की झीलों में मूर्ति विसर्जन पर रोक लगाने के बाद नए विसर्जन घाटों के निर्माण को लेकर नगर निगम द्वारा लापरवाही बरती जा रही है। इस प्रोजेक्ट पर 20 करोड़ रुपये तो जुलाई में ही मंज़ूर कर दिए गए थे, लोकेशन भी फाइनल हो चुकी थीं, लेकिन चार महीने बीत जाने के बाद भी एक भी साइट पर कंक्रीट तक नहीं डाला गया। समीक्षा बैठक में यह मामला खुलने पर नगर निगम कमिश्नर संस्कृति जैन नाराज हो गईं। मालूम हो कि हाल ही में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने भोपाल की झीलों में मूर्ति विसर्जन पर रोक लगाई है। इसके बाद शहर पर वैकल्पिक विसर्जन स्थल तैयार करने का दबाव बढ़ गया था। जुलाई में हुई परिषद बैठक में नगर निगम ने बीयू कैंपस, नीलबध, संजीव नगर, मालीखेड़ी और प्रेमपुरा में नए घाट बनाने की मंज़ूरी दी थी, ताकि त्योहारों के दौरान झीलों पर अतिरिक्त भार न पड़े। लेक कंजर्वेशन सेल के मुताबिक सभी लोकेशन की फील्ड विजिट हो चुकी थी। प्रोजेक्ट की डीपीआर भी तैयार है। प्रस्ताव की शुरुआत तत्कालीन इंचार्ज प्रोजेक्ट इंजीनियर प्रमोद मालवीय ने की थी, लेकिन बजट पास होने के बाद जिम्मेदारी असिस्टेंट इंजीनियर बृजेश कौशल को सौंप दी गई। इसके बाद से चार महीने तक फाइलें ही आगे-पीछे होती रहीं, लेकिन जमीन पर कोई काम शुरु नहीं हो सका है। सुदामा नरवरे/24 नवंबर 2025