राज्य
24-Nov-2025


- 103 अधिकारियों ने ही एकीकृत पेंशन योजना का चुना विकल्प भोपाल (ईएमएस)। केंद्र सरकार ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को 30 नवंबर तक पेंशन योजना एनपीएस और यूपीएस में से एक विकल्प को चुनने के निर्देश दिए हैं। अभी तक 256 अधिकारियों ने एनपीएस (राष्ट्रीय पेंशन योजना) को चुना है, जबकि 103 ने यूपीएस (एकीकृत पेंशन योजना) को चुना। अंतिम तिथि तक विकल्प नहीं देने वाले अधिकारी स्वत: एनपीएस में शामिल माने जाएंगे। जिन अधिकारियों की सेवा 33 साल से कम है और वे 75 साल से ज्यादा जीवित रहने का अनुमान रखते हैं, उन्होंने यूपीएस को चुना। जिनकी सेवा 33 साल से अधिक है, उन्होंने एनपीएस को चुना। आईएएस दंपतियों में यदि दोनों अखिल भारतीय सेवा में हैं, तो एक एनपीएस और दूसरा यूपीएस में गया। दोनों में अंतर एनपीएस: कर्मचारी 10 फीसदी, सरकार 14 फीसदी अंश देती है। 50 हजार रुपए वेतन वाले अधिकारी का 24 फीसदी के हिसाब से हर माह 12 हजार जमा होगा। 33 साल सेवा के बाद कुल फंड लगभग 3 करोड़ रुपए बन सकता है, जिसमें से 60 फीसदी सेवानिवृत्ति पर मिलेगा। 60 लाख रुपए की एन्यूटी पर पेंशन लगभग 42 हजार प्रति माह बनेगी। यूपीएस: इसमें कर्मचारी व सरकार दोनों 10 फीसदी अंश देते हैं। 50 हजार वेतन पर 10 हजार रु. जमा होंगे। इसमें 8.5 फीसदी राशि पेंशन पूल में जाएगी, जिस पर हक नहीं। यह स्थायी पेंशन 50 फीसदी कम होने पर उपयोग होगी। सेवानिवृत्ति पर एन्यूटी पूरी राशि पर बनेगी। विनोद / 24 नवम्बर 25