क्षेत्रीय
27-Nov-2025


० निर्वाचन आयोग पर सचिन पायलट का तीखा प्रहार, कहा- वोटर लिस्ट से आदिवासियों-दलितों के नाम काटने की साजिश! जगदलपुर (ईएमएस)। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी एवं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव सचिन पायलट ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में निर्वाचन आयोग पर गंभीर आरोप लगाए। स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (एसआईआर) को लेकर पायलट ने कहा कि कई राज्यों में वोटर लिस्ट से बड़े पैमाने पर नाम काटे जा रहे हैं और इसमें खासतौर पर आदिवासी, दलित, गरीब और अशिक्षित लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। श्री पायलट ने कहा, “राहुल गांधी ने बिहार, हरियाणा, कर्नाटक और छत्तीसगढ़ में वोट चोरी के ठोस आंकड़े और सबूत दिए, लेकिन दुर्भाग्य से निर्वाचन आयोग ने आज तक कोई जांच तक नहीं बैठाई।” उन्होंने आरोप लगाया कि आयोग वोटर लिस्ट देने से भी बच रहा है और सवाल पूछने पर भाजपा के प्रवक्ता जवाब देते हैं। चुनाव के दिन सीसीटीवी फुटेज 45 दिन में नष्ट करने के आयोग के फैसले पर पायलट ने सवाल उठाया कि इससे पारदर्शिता और निष्पक्षता पर गंभीर संदेह पैदा हो रहा है। सचिन पायलट ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा, “चुनाव आते ही घुसपैठिए-घुसपैठिए का शोर मचाते हैं। मैं जिम्मेदारी से कहता हूं कि कोई भी अवैध घुसपैठिया वोट न डाले, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। लेकिन भाजपा बताए कि पिछले 11 साल में केंद्र की मोदी सरकार ने कितने घुसपैठियों को देश से बाहर निकाला? संसद में बार-बार पूछने पर भी जवाब नहीं दिया जाता।” छत्तीसगढ़ का जिक्र करते हुए श्री पायलट ने कहा, “यहां के कोने-कोने में रहने वाले दलित, आदिवासी, गरीब और अशिक्षित लोग घुसपैठिए हैं क्या? महंगाई के इस दौर में जिन्हें दो वक्त की रोटी भी मुश्किल से मिल रही है, क्या उनके पास कलेक्टर के चक्कर लगाकर दस्तावेज जुटाने का समय है? कांग्रेस पार्टी इन लोगों के मौलिक मताधिकार की रक्षा के लिए मैदान में खड़ी है। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक चरणदास महंत का नाम भी उनके गांव की वोटर लिस्ट से गायब है। कई जगह बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) इतने दबाव में हैं कि आत्महत्या कर रहे हैं। पायलट ने चेतावनी दी, “छत्तीसगढ़ में आदिवासी बहुल इलाकों में सुनियोजित तरीके से नाम काटे जा रहे हैं। हम इसकी कड़ी निगरानी कर रहे हैं और आदिवासियों का नाम कटने नहीं देंगे।” एक सवाल कि कांग्रेस अदालत क्यों नहीं जा रही, पर पायलट ने कहा, “चुनाव आयोग को संविधान ने स्वतंत्र अधिकार दिए हैं, सुप्रीम कोर्ट भी उसके काम में दखल नहीं दे सकता। फिर भी हम कोर्ट जा रहे हैं, कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं। साथ ही जमीन पर भी हमारे कार्यकर्ता एसआईआर की हर गड़बड़ी को उजागर करते रहेंगे।” अंत में सचिन पायलट ने कहा, “भारत का लोकतंत्र और हमारी चुनाव प्रणाली दुनिया के लिए मिसाल है। अगर इसकी निष्पक्षता पर ही सवाल उठने लगें, तो यह भविष्य के लिए अच्छा संकेत नहीं है। कांग्रेस इसे बचाने के लिए हर मोर्चे पर डटी रहेगी।” सुधीर जैन/चंद्राकर/ 27 नवंबर 2025