दुर्ग (ईएमएस)। सरकार के फैसले से जमीन का कारोबार होगा खत्म,गरीबों और मध्यमवर्गीयलोगों द्वारा जमीन खरीदकर मकान बनाने का टूट जाएगा सपनाजमीन खरीदी की गाइडलाइन दरों में की गई रिकॉर्ड बढ़ोतरी और 1 दिसंबर कोपटेल चौक में हुए प्रदर्शन के दौरान पुलिस के लाठीचार्ज के विरोध मेंकांग्रेस ने मोर्चा खोला है. कांग्रेस प्रवक्ता और भिलाई नगर विधायकदेवेंद्र यादव ने दुर्ग के गांधी पुतला के पास एक दिवसीय भूख हड़ताल परबैठे। इस विरोध कार्यक्रम में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता, कार्यकर्ताऔर रियल एस्टेट कारोबारी भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे.आपको बता दें कि रियल एस्टेट कारोबारी नई गाइडलाइन दरों का विरोध कर रहेहैं. उनके अनुसार जमीन की कीमतों में 800 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी से आमनागरिक के लिए घर बनाना बेहद कठिन हो गया है. कारोबारी वर्ग का कहना हैकि सरकार ने इतने बड़े फैसले से पहले न तो जनता को विश्वास में लिया और नही किसी प्रकार का संवाद किया.इसके विरोध में जब वे 1 दिसंबर को धरनाप्रदर्शन के लिए पटेल चौक पहुंचे, तब पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया,जिसमें कई लोग घायल भी हुए.पुलिस कार्रवाई को अलोकतांत्रिक बताते हुएविधायक देवेंद्र यादव आज आम नागरिकों और कारोबारियों के समर्थन में भूखहड़ताल पर बैठे। जमीन गाइडलाइन दरों में वृद्धि के विरोध में पिछले दिनोंदुर्ग के कारोबारी सड़कों पर उतरे थे। जिन पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया थाऔर उन पर केस दर्ज किया गया था।विधायक देवेन्द्र यादव ने महात्मा गांधी चैक दुर्ग में कांग्रेस केवरिष्ठ नेता और कार्यकर्ताओं के साथ दिनभर विरोध प्रदर्शन कर सरकार केतुगलकी फरमान के खिलाफ आवाज उठाने वाले आम नागरिक और व्यापारियों परपुलिस प्रशासन द्वारा की गई लाठी चार्ज एवं कार्रवाई की निंदा की।विधायक यादव ने साय सरकार की निर्णय पर सवाल उठाते हुए कहा कि, दो वर्षके कार्यकाल में इस सरकार ने केवल और केवल जनता की जेब से पैसा निकालनेकी योजना बनाई है। पहले इन्होंने बिजली बिल में 50फीसदी की छूट को बंद करआम लोगों की जेब से पैसा निकालने की नीति बनाई। फिर जमीन की कलेक्टर गाइडलाइन की दर में 10 फीसदी से लेकर 800 गुणा तक वृद्धि कर जमीन के व्यापारको खत्म करने का प्रयास किया गया है।भाजपा सरकार के इस फैसले से न सिर्फ जमीन का कारोबार खत्म हो जाएगा,बल्कि गरीब किसानों और मध्यमवर्गीय परिवार की जमीन खरीदकर मकान बनाने कासपना भी टूट जाएगा। मंहगाई में जनता 500, 1000 से लेकर मुश्किल से 1200वर्ग फीट का भूखंड खरीद पाती है, लेकिन नई गाइडलाइन से दरों में वृद्धिसे उनका जमीन खरीदना मुश्किल हो जाएगा। किसान न तो खेती के लिए जमीन खरीदपाएगा और न ही आवश्यकता पडऩे पर उसे बेच पाएगा। विधायक यादव ने कहा कि,प्रदेश में जब कांग्रेस सरकार थी, तब वर्ष 2018-19 में आम जनता को राहतदेने के लिए स्टांप, ड्यूटी शुल्क और पंजीयन शुल्क में 30 प्रतिशत कीकटौती कर राहत दिया था। 5 डिसमिल से कम क्षेत्रफल की जमीन की रजिस्ट्रीशुरू किया गया था। जिससे गरीब किसान वर्ग अपनी आवश्यकतानुसार अपने जमीनकी कुछ हिस्से की जमीन को बेच कर मकान, विवाह, बच्चों की पढ़ाई जैसे बड़ेकार्य कर लेते थे, आम नागरिक, जिसके पास आवास नहीं है वह छोटे भू-खण्ड काटुकड़ा खरीदकर अपना मकान बना लेते थे। परंतु भाजपा की सरकार को, आम लोगोंकी यह खुशी रास नहीं आई। कलेक्टर गाईडलाइन की दरों में 100 से 800प्रतिशत तक की वृद्धि और 30 प्रतिशत की छूट को सामाप्त कर स्टांप वपंजीयन शुल्क को 100 प्रतिशत कर दिया गया है। पहले कलेक्टर गाइडलाइन मेंभिलाई के प्रमुख सड़कों से लगी जमीन 1500/- प्रति वर्गफीट थी ,जो अबबढ़कर 3253 से 18500 वर्गफीट हो गया है। जिसके खिलाफ आम नागरिकों का रोषएवं आक्रोश सड़क पर दिखाई दे रहा है।जानकारी के मुताबिक, जिले के सभी कांग्रेस जिला अध्यक्ष और पदाधिकारी भीपटेल चौक धरना स्थल पहुंचे हैं। कांग्रेस का आरोप है कि प्रदेश की भाजपासरकार ने जनता की जायज मांगों को सुनने के बजाय उन पर बल प्रयोग कर अपनीसंवेदनहीनता साबित कर दी है। विधायक देवेंद्र यादव ने कहा कि आंदोलनरतजमीन कारोबारी, किसान और आम नागरिकों पर लाठीचार्ज भाजपा सरकार कीदमनकारी और तानाशाही मानसिकता को दिखाती है। उन्होंने जमीन कारोबारियोंकी मांगों को जायज बताया है।विधायक का कहना है कि भाजपा सरकार ने रजिस्ट्री दरों वृद्धि कर प्रदेश केगरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों का अपना मकान बनाने का सपना तोड़ दिया है। शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर लाठीचार्ज को धीरज ने ने बताया सत्ता का दुरुपयोग:- दुर्ग शहर अध्यक्ष धीरज बाकलीवाल ने बताया कि जमीन कारोबारियों की ओर सेशांतिपूर्ण प्रदर्शन किया जा रहा था। बढ़ी हुई गाइडलाइन दरों को वापसलेने की मांग को लेकर उनकी भूख हड़ताल भी जारी थी। लेकिन पांच दिनों में न तो सरकार का कोई मंत्री या विधायक उनसे मिलने पहुंचा और न ही किसीभाजपा नेता ने उनकी समस्याओं को समझने की कोशिश की। इसी उपेक्षा औरअसंवेदनशीलता के बीच मंगलवार को पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्जकिया। जिसे उन्होंने सत्ता का दुरुपयोग बताया।गरीब परिवारों को भी होगा नुकसान-ठाकुरदुर्ग ग्रामीण अध्यक्ष राकेश ठाकुर ने कहा कि रजिस्ट्री दरों में बढ़ोतरीका सीधा नुकसान उन परिवारों को होगा, जो सालों की जमा-पूंजी से छोटाप्लॉट लेकर घर बनाने का सपना देखते हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए बतायाकि उरला क्षेत्र में पहले 300-400 रुपए प्रति वर्गफीट वाली जमीन कारजिस्ट्री खर्च 30-40 हजार रुपए तक आता था। लेकिन, अब गाइडलाइन दर 2200रुपए प्रति वर्गफीट होने से उसी जमीन की रजिस्ट्री फीस 2 से 2.5 लाख रुपएतक पहुंच गई है। ऐसे में 3 लाख का प्लॉट खरीदने वाले को 2 लाख रुपए सिर्फरजिस्ट्री में देने होंगे। यह बोझ किसी भी आम नागरिक की क्षमता से बाहरहै।विरोध प्रदर्शन में दुर्ग कांग्रेस अध्यक्ष शहर धीरज बाकलीवाल, दुर्गकांग्रेस अध्यक्ष ग्रामीण राकेश ठाकुर, पूर्व विधायक अरूण वोरा, पूर्वमहापौर नीता लोधी, सभापति गिरवर बंटी साहू, एमआईसी सदस्य सीजू एंथोनी,लक्ष्मीपति राजू, संदीप निरंकारी, साकेत चंद्राकर, एकांश बंछोर, लालचंदवर्मा, आदित्य सिंह, सुमीत पवार,अली हुसैन सिद्दिकी, अभिषेक मिश्रा,अफरोज खान, शमशोर सिद्दिकी, के जगदीश, शुभम झा, इमाम, ब्लॉक अध्यक्षप्रमोद प्रभाकर, कलाम खान, वायके सिंह सौरभ दत्ता, सौरभ मिश्रा,शरदमिश्रा, विभोर दुरूगकर, अर्जुन शर्मा, पलाश, जुल्फीकर सिद्धिकी, आमिरसिदिकी, आकाश कनोजिया, शिखा राय, पूर्व एमआईसी प्रभारी हमीद खोखर, मदरसाबोर्ड के अध्यक्ष अलताफ अहदम, राजश्री उपलोवार, इंद्रजीत सिंह सैनी,अमनसाव, सोनू साहू समेत अन्य उपस्थित रहे। ईएमएस / 04/12/2025