क्षेत्रीय
11-Dec-2025
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- एडीएम के स्टेनो मोनू शर्मा को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त ने गिरफ्तार किया - 20 हजार रुपए में सौदा हुआ, 15 हजार रुपए पूर्व में ले चुका है और शेष 5 हजार रुपए की रिश्वत और मांगी जा रही थी शिवपुरी (ईएमएस) । शिवपुरी के एडीएम दिनेश चंद्र शुक्ला के स्टेनो मोनू शर्मा को गुरुवार को लोकायुक्त ग्वालियर की टीम ने 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। लोकायुक्त में रन्नौद तहसील के सिरपुर चक गांव के रहने वाले ध्यानेंद्र सिंह पडरैया ने एक शिकायत दर्ज कराई थी कि उनकी पैतृक जमीन में नाम दुरस्तीकरण के नाम पर एडीएम का स्टेनो मोनू शर्मा रिश्वत मांग रहा है। इस काम के लिए 20 हजार रुपए में सौदा हुआ था जिसमें 15 हजार रुपए पूर्व में ले चुका है और शेष 5 हजार रुपए की रिश्वत और मांगी जा रही है। गुरुवार को जब शिकायतकर्ता शेष 5000 की रिश्वत देने के लिए गया तो लोकायुक्त ने इस स्टेनो को रंगे हाथों पकड़ लिया। दुरुस्ती के बदले स्टेनो ने मांगी थी 20 हजार रुपए की रिश्वत - श्रीपुर चक्क गांव के ध्यानेंद्र सिंह पडरैया ने लोकायुक्त से शिकायत की थी। उन्होंने बताया कि उनके पिता मनमोहन सिंह की रन्नौद तहसील के बगोरिया में करीब 50 बीघा जमीन है। इस जमीन को फर्जीवाड़ा कर किसी अन्य व्यक्ति ज्ञान सिंह के नाम चढ़ा दिया गया था। जमीन के नाम दुरुस्ती के लिए लगाई गई फाइल तहसील से एडीएम ऑफिस शिवपुरी पहुंची थी। यहां दुरुस्ती के बदले स्टेनो द्वारा 20 हजार रुपए की मांग की गई थी। शिकायतकर्ता के अनुसार, स्टेनो ने कहा था कि यह राशि एडीएम से लेकर ऊपर तक जाएगी। रंगे हाथों पकड़ा गया- आवेदक ध्यानेंद्र सिंह पडरैया ने लोकायुक्त में जो शिकायत दर्ज कराई उसमें बताया गया है कि सौदा तय होने पर पहले 5 हजार रुपए एडवांस दिए गए थे। इसके बाद 9 दिसंबर को लोकायुक्त ग्वालियर में शिकायत दर्ज कराई गई। बुधवार को 10 हजार रुपए और दिए गए, जबकि अंतिम किस्त के तौर पर गुरुवार को 5 हजार रुपए देने की बात तय हुई थी। जब ध्यानेंद्र सिंह ने तय रकम स्टेनो मोनू शर्मा को सौंपी, तभी लोकायुक्त की टीम ने मौके पर दबिश देकर उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। मामला दर्ज कर लिया है- लोकायुक्त ग्वालियर के डीएसपी विनोद सिंह कुशवाह ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि एडीएम के स्टेनो मोनू शर्मा को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है और एफआईआर दर्ज कर ली गई है। उन्होंने बताया कि फरियादी ने अपनी जमीन में नाम सही करने के लिए आवेदन किया था इसके एवज में यह राशि मांगी गई थी। उन्होंने कहा कि अभी स्टेनो का ही नाम है और आगे की जांच में यदि दूसरे अधिकारी व कर्मचारी का नाम आएगा तो उसके खिलाफ भी वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। दूसरी बार एडीएम ऑफिस में पड़ा है लोकायुक्त का छापा - शिवपुरी के जिस एडीएम ऑफिस में लोकायुक्त ने गुरुवार को छापा मारा वहां पर पूर्व में भी छापा पड़ चुका है। करीब 10 साल पहले शिवपुरी में पदस्थ रहे एडीएम जेड यू शेख को भी यहां पर रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त की टीम में पकड़ा था। लोकायुक्त टीम ने जब तत्कालीन एडीएम को पकड़ा था तो उनके खिलाफ प्रकरण दर्ज का न्यायालय में पेश किया गया था जहां से शिवपुरी के न्यायालय ने उन्हें सजा सुनाई थी और जेल भेज दिया था। रंजीत गुप्ता/ईएमएस/11/12/2025