राज्य
11-Dec-2025


भोपाल (ईएमएस)। वर्तमान मोहन यादव सरकार प्रदेश को अभूतपूर्व आर्थिक संकट की ओर धकेल रही है। यह सरकार न केवल हर दिन 165 करोड़ रुपये का कर्ज ले रही है, बल्कि कर्ज का ब्याज चुकाने के लिए भी लगातार कर्ज ले रही है — ऐसी स्थिति किसी भी जि मेदार सरकार की नहीं हो सकती। यह बात मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने प्रदेश की आर्थिक स्थिति पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए कही। पटवारी ने खुलासा किया कि सरकार ने अब तक 101 सरकारी संपत्तियां 1100 करोड़ रुपये में बेच दी हैं, जिनमें मध्य प्रदेश से बाहर की कीमती संपत्तियां भी शामिल हैं — मुंबई व केरल स्थित मूल्यवान भू-संपत्तियां भी गुपचुप नीलाम कर दी गईं। उन्होंने कहा कि कर्ज की यह अंधी नीति प्रदेश की आने वाली पीढ़ियों पर बोझ बन रही है। आज सरकार की गलत आर्थिक नीतियों का असर भले ही तुरंत न दिखे, लेकिन इसका सीधा प्रभाव आम जनता और उनके बच्चों के भविष्य पर पड़ेगा। पटवारी ने सरकार की फिजूलखर्ची पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि मु यमंत्री विदेश यात्राओं पर रोज लगभग 3 करोड़ रुपये खर्च कर रहे हैं। इन दौरों पर करोड़ों रुपये सिर्फ फूलों और मंच सज्जा पर बर्बाद किए जा रहे हैं। जबकि दूसरी ओर प्रदेश में किसान कर्ज और संकट के चलते मौत का शिकार हो रहे हैं, युवा बेरोजगार घूम रहे हैं और मु यमंत्री 25 लाख रुपये प्रतिदिन हवाई यात्राओं पर खर्च कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी गारंटी शून्य साबित हो गई है। सरकार जनता का ध्यान भटकाने और आंकड़ों की बाज़ीगरी में लगी हुई है। सच्चाई यह है कि मध्य प्रदेश की आर्थिक रीढ़ कमजोर हो चुकी है और सरकार उसकी बची-खुची संपत्तियां बेचकर काम चला रही है। पटवारी ने प्रदेशवासियों से आह्वान किया कि वे सरकार से यह सवाल पूछें कि मध्य प्रदेश की बहुमूल्य संपत्तियां क्यों बेची जा रही हैं? कर्ज का इतना बड़ा बोझ आखिर किसके हित में लिया जा रहा है? उन्होंने कहा— यह जनता की संपत्ति है, जनता के भविष्य का आधार है। इसे लूट-लुटाकर सरकार अपनी विफलताओं को छिपा नहीं सकती। आशीष पाराशर/ईएमएस/11/12/2025