क्षेत्रीय
13-Dec-2025
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केंद्र सरकार के एनएसपी पोर्टल पर जाकर ओटीआर करने पर मिलेगी आईडी अब स्टूडेंट्स को अपने ऐप से फेस आईडी भी लॉक करनी होगी। डूंगरपुर (ईएमएस) वर्ष 2025-26 से छात्रवृत्ति के लिए कॉलेज छात्रों को अलग अलग छात्रवृत्ति आवेदन भरने को झंझट से मुक्त करने के लिए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। इस वर्ष छात्रों को सबसे पहले केंद्र सरकार के नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल पर जाकर वन टाइम रजिस्ट्रेशन कराने के बाद पहले यूनिक आईडी प्राप्त करनी होगी,उसके बाद आवेदन होगा। छात्रों को इससे पहले दो अलग अलग ऐप एनएसपी ओटीआर ऐप और आधारफेस आरडी ऐप डाउनलोड करके ईकेवाईसी के साथ फेस पहचान भी लाइव दर्ज करनी होगी। इसके बाद ही इस वर्ष स्कॉलरशिप के आवेदन हो सकेंगे। सत्र 2025-26 के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 31 जनवरी 2026,इससे पहले ओटीआर करना होगा : राज्य सरकार के समाज कल्याण विभाग द्वारा जारी नवीनतम आदेश में राज्य के सभी उत्तर मैट्रिक छात्रवृत्ति आवेदनों पर के पूर्व ये व्यवस्था लागू की गई है। इसको लेकर विभाग ने छात्रों के लिए दिशा निर्देश भी लागू कर दिए है। ये केंद्र सरकार की पहल का हिस्सा है जिसके तहत स्कॉलरशिप के ऑनलाइन आवेदन से पूर्व नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल से ये आईडी लेना सभी राज्यों के स्टूडेंट्स के अनिवार्य कर दिया गया है। एक प्रकार से इसके बाद अलग स्टूडेंट्स को बार बार आवेदन करने की प्रक्रिया से मुक्ति तो मिलेगी ही,साथ ही डेटा भी प्लेटफार्म पर उपलब्ध होगा। स्टूडेंट्स के लिए बदलेगा । राजस्थान के छात्र इससे पहले एसएसओ आईडी के माध्यम से फॉर्म भरते रहे है,और अभी भी ये व्यवस्था लागू है,जिसमें हर वर्ष उन्हें जनाधार सहित अन्य दस्तावेज अपडेट करने होते है वही यदि कोई स्टूडेंट् अन्य राज्य में अध्ययनरत है अथवा अन्य किसी पाठ्यक्रम में भी स्कॉलरशिप के लिए आवेदन करता था तो कोई एकीकृत व्यवस्था नहीं होने से कई बार स्कॉलरशिप का आवेदन प्रोसेस नहीं हो पाता था अब इस झंझट से भी मुक्ति मिलेगी। संस्थानों के लिए क्या बदलेगा । राजस्थान सहित पूरे देश के सभी स्टूडेंट्स और उनके शैक्षणिक संस्थान एक ही पोर्टल के बैनर के नीचे आ जाएंगे,जिससे देश भर में छात्रों के स्कॉलरशिप आवेदन और स्टेटस को ट्रैक किया जा सकेगा। एक प्रकार से सभी प्रकार के स्कॉलरशिप आवेदन अलग अलग राज्यों या एक ही राज्य में एक अंब्रेला के नीचे होंगें। इससे दोहरी छात्रवृत्ति भुगतान होने की संभावनाएं भी समाप्त हो जाएगी,वही स्टूडेंट्स को एक बार ओटीआर मिल जाने के बाद हमेशा के लिए ये आईडी उसकी पहचान बन जायेगी। महीने में एक बार बायोमेट्रिक अटेंडेंस सहित स्टूडेंट्स के लिए अन्य नियम पूर्ववर्ती लागू रहेंगे : राज्य सरकार के नवीनतम आदेश के अनुसार छात्रों को प्रवेश के बाद हर माह एक बार बायोमेट्रिक अटेंडेंस लगानी अनिवार्य रहेगी,तभी स्कॉलरशिप मिल सकेगी। इससे छात्रों की उपस्थिति भी शैक्षणिक संस्थानों में बनी रहेगी। वही शैक्षणिक संस्थानों को भी अपने स्टेटिक आईपी एड्रेस सहित अपने डॉक्युमेंट्स पोर्टल पर अपडेट करने होंगे,तभी उनके नाम पोर्टल पर शो होंगे। यह व्यवस्था पुलिस के सीसीटीएनएस छात्रों के अपर आईडी और निर्वाचन विभाग के सर के समान, कॉलेज स्टूडेंट्स की स्कॉलरशिप का सारा डेटा एक ही प्लेटफार्म पर होगा । नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल से ओटीआर करने पर मिलने वाला आईडी छात्रों की आधार ईकेवायसी और फेस रजिस्ट्रेशन के बाद मिलने वाला है। ऐसे में ये समझा जा सकता है कि ये एक प्रकार से देश भर के विभिन्न राज्यों के वजीफे वाले विभागों से छात्रवृत्ति प्राप्त करने वाले स्टूडेंट्स को एक बार में ही फिल्टर करके एक जगह ले आएगा। डॉ.सुबोधकांत नायक/डूंगरपुर/13 दिसम्बर