व्यापार
17-Dec-2025


- रुपया पिछले एक महीने में करीब 2.5 फीसदी गिर चुका नई दिल्ली (ईएमएस)। भारतीय रुपया पिछले एक महीने में करीब 2.5 फीसदी गिर चुका है और मंगलवार को पहली बार 91 रुपये प्रति डॉलर के स्तर को पार किया। गिरावट के पीछे डॉलर की बढ़ती मांग, अमेरिका-भारत ट्रेड डील का अभाव और विदेशी निवेशकों की सतर्कता मुख्य कारण हैं। इंपोर्ट करने वाले पहले से ही हेजिंग कर रहे हैं, जिससे मुद्रा पर लगातार दबाव बना हुआ है। इस दौरान अन्य एशियाई मुद्राओं की तुलना में रुपया अधिक कमजोर रहा। थाई बात ने पिछले एक महीने में 3 फीसदी से अधिक की मजबूती दिखाई, जबकि चीनी युआन, मलेशियन रिंगिट और सिंगापुर डॉलर कम से कम 1 फीसदी बढ़े। इसका मतलब है कि रुपया अब एशियाई बाजार की सामान्य उतार-चढ़ाव से कम प्रभावित हो रहा है। बैंकिंग सर्किल में अब उम्मीद बढ़ गई है कि आरबीआई फिर से हस्तक्षेप कर सकता है। पिछले महीने भी आरबीआई ने स्पॉट और नॉन-डिलीवरेबल फॉरवर्ड मार्केट में गिरावट रोकने के लिए बड़े पैमाने पर दखल दिया था। विशेषज्ञों का कहना है कि रुपया लगातार कमजोर होने के कारण केंद्रीय बैंक फिर से सक्रिय हो सकता है। बाजार में निवेशक और सट्टेबाज आगे और मूल्यह्रास की संभावना पर नजर बनाए हुए हैं। यदि आरबीआई समय पर कदम नहीं उठाता है, तो रुपया और गिर सकता है। सतीश मोरे/17‎दिसंबर ---