लखनऊ(ईएमएस)। उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के एक छोटे से गांव से निकले अनुराग द्विवेदी की जिंदगी रातोंरात बदल गई। कभी साधारण परिवार में पले-बढ़े और साइकिल से स्कूल जाने वाले अनुराग आज करोड़ों की लग्जरी कारों के मालिक हैं। उनकी यह रंक से राजा बनने की कहानी जितनी प्रेरणादायक लगती है, उतनी ही अब विवादों और जांच एजेंसियों के शिकंजे में है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हाल ही में उनके ठिकानों पर छापेमारी की, जिसमें करोड़ों रुपये की लग्जरी गाड़ियां जब्त की गईं। इनमें लैंबोर्गिनी उरुस, मर्सिडीज, फोर्ड एंडेवर और महिंद्रा थार जैसी गाड़ियां शामिल हैं। यह कार्रवाई अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में हुई। अनुराग का शुरुआती जीवन बेहद साधारण था। उन्नाव के खजूर गांव में रहते हुए उन्होंने 2017-18 में क्रिकेट सट्टेबाजी में लाखों रुपये गंवा दिए। पिता की डांट के बाद वे दोस्त संजीत कुमार के साथ दिल्ली चले गए। वहां फैंटेसी क्रिकेट प्लेटफॉर्म्स से जुड़कर उनकी किस्मत पलट गई। उन्होंने यूट्यूब पर फैंटेसी क्रिकेट टिप्स देने शुरू किए और खुद को एक्सपर्ट के रूप में स्थापित कर लिया। लाखों सब्सक्राइबर्स और फॉलोअर्स जुटाकर वे सोशल मीडिया पर बड़ा नाम बन गए। जनवरी 2024 में लखनऊ में तू कर लेगा नाम से एक बड़ा फैन मीट-अप आयोजित किया, जिसमें सैकड़ों प्रशंसक शामिल हुए। हाल के वर्षों में अनुराग की जीवनशैली में जबरदस्त बदलाव आया। कुछ साल पहले तक साइकिल चलाने वाले अनुराग के पास अब महंगी कारों का काफिला है। नवंबर 2025 में दुबई में एक लग्जरी क्रूज पर उनकी शादी ने सुर्खियां बटोरीं। इस भव्य आयोजन में उन्होंने करीब 100 रिश्तेदारों के हवाई टिकट और ठहरने का खर्च खुद वहन किया। शादी की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए, जिसमें उनकी अकूत दौलत का प्रदर्शन साफ दिखा। दिसंबर 2024 में लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े रोहित गोदारा से एक करोड़ की रंगदारी और जान की धमकी मिलने का दावा कर उन्होंने सुरक्षा की गुहार लगाई, हालांकि बाद में पोस्ट डिलीट कर दी। ईडी की छापेमारी में अनुराग के घर से बैंक दस्तावेज, संपत्ति के कागजात और डिजिटल डिवाइस जब्त किए गए। जांच में दुबई में संपत्ति खरीदने और हवाला के जरिए पैसे ट्रांसफर करने के सबूत मिले हैं। एजेंसी को शक है कि उनकी कमाई का मुख्य स्रोत यूट्यूब से ज्यादा अवैध सट्टेबाजी ऐप्स को प्रमोट करने से है। फर्जी खातों और बिचौलियों के जरिए कमाया पैसा लग्जरी लाइफस्टाइल और विदेशी निवेश में लगाया गया। अनुराग फिलहाल दुबई में हैं और समन के बावजूद जांच में शामिल नहीं हुए। यह मामला ऑनलाइन गेमिंग और फैंटेसी स्पोर्ट्स की दुनिया में छिपे अवैध धंधों पर सवाल उठाता है। अनुराग की तेजी से बदली जिंदगी ने जहां लाखों युवाओं को प्रेरित किया, वहीं अब यह जांच एजेंसियों के लिए बड़ा केस बन गया है। उनकी आय के स्रोतों और लेन-देन की गहन पड़ताल जारी है, जो फैंटेसी क्रिकेट की चकाचौंध के पीछे के सच को उजागर कर सकती है। वीरेंद्र/ईएमएस/19दिसंबर2025