अंतर्राष्ट्रीय
21-Dec-2025
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करांची,(ईएमएस)। पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत से लगातार डराने वाली खबरें सामने आ रही हैं। लंबे समय से जबरन गायब किए जाने के मामलों के लिए चर्चा में रहे इस इलाके में अब महिलाओं को भी निशाना बनाया जा रहा है। मानवाधिकार परिषद बलूचिस्तान ने प्रांत में महिलाओं के जबरन गायब होने की बढ़ती घटनाओं पर गहरी चिंता जताई है। संगठन का कहना है कि यह दमन का एक नया और खतरनाक रूप है, जो हालात को और गंभीर बना रहा है। मानवाधिकार परिषद के अनुसार, वर्ष 2025 में अब तक बलूच महिलाओं को जबरन गायब करने के कम से कम नौ मामले सामने आ चुके हैं। इनमें छात्राएं, स्वास्थ्यकर्मी, घरेलू कामकाज करने वाली महिलाएं और मानवाधिकार कार्यकर्ता शामिल हैं। आरोप है कि सुरक्षा बल अक्सर रात के अंधेरे में घरों पर छापे मारते हैं और बहाने से महिलाओं को उठाकर ले जाते हैं। कई मामलों में पीड़िताओं को बार-बार गायब किया गया, उन्हें मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ा और कम से कम एक मामले में हिरासत के दौरान मौत की भी बात सामने आई है। संगठन का कहना है कि यह कोई नई कहानी नहीं है। पिछले दो दशकों से बलूच पुरुषों को जबरन गायब करने और गैर-कानूनी हत्याओं के आरोप लगते रहे हैं। हजारों पुरुष, जिनमें बच्चे, युवा और बुजुर्ग तक शामिल हैं, या तो लापता कर दिए गए या फिर तथाकथित “किल एंड डंप” नीति के शिकार बने। अब वही डरावना तरीका महिलाओं पर भी लागू किया जा रहा है, जो हालात में एक बड़ा बदलाव दिखाता है। मानवाधिकार परिषद का मानना है कि महिलाएं इसलिए निशाने पर आई हैं क्योंकि वे अब परिवार की जिम्मेदारी संभालने के साथ-साथ शांतिपूर्ण विरोध और अधिकारों की मांग में खुलकर सामने आ रही हैं। जैसे-जैसे उनकी सामाजिक भूमिका बढ़ी, वैसे-वैसे उन्हें डराने और चुप कराने की कोशिशें भी तेज हो गईं। जबरन गायब करना अब सिर्फ सजा नहीं, बल्कि असहमति को दबाने और पूरे समुदाय में डर फैलाने का जरिया बनता जा रहा है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि छापों के दौरान परिवारों को चुप रहने के लिए मजबूर किया जाता है और कानूनी मदद तक पहुंच बेहद मुश्किल होती जा रही है। जवाबदेही की कमी ने इन कार्रवाइयों को सामान्य बना दिया है। नतीजतन, महिलाओं को जबरन गायब करना अब एक असाधारण घटना नहीं, बल्कि नियंत्रण और दमन का एक नियमित तरीका बनता जा रहा है, जिसने बलूचिस्तान के लोगों में भय और असुरक्षा को और गहरा कर दिया है। वीरेंद्र/ईएमएस 21 दिसंबर 2025