ढाका(ईएमएस)। बांग्लादेश की राजधानी ढाका में राजनीतिक और सामाजिक बदलाव की लहर अब शैक्षणिक संस्थानों के नामकरण तक पहुंच गई है। ढाका विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान छात्रावास का नाम बदलकर अब छात्र आंदोलन के दिवंगत नेता शरीफ उस्मान हादी के नाम पर रख दिया गया है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, यह परिवर्तन शनिवार रात को छात्रों के एक समूह और छात्रावास संगठन हॉल यूनियन द्वारा किया गया। शरीफ उस्मान हादी एक उभरते हुए युवा नेता थे, जिन्होंने पिछले वर्ष शेख हसीना सरकार के खिलाफ हुए जुलाई विद्रोह में सक्रिय भूमिका निभाई थी। 12 दिसंबर को ढाका के बिजयनगर इलाके में एक चुनावी अभियान के दौरान अज्ञात नकाबपोश बंदूकधारियों ने उनके सिर में गोली मार दी थी। गंभीर रूप से घायल हादी को बेहतर इलाज के लिए सिंगापुर ले जाया गया था, जहाँ गुरुवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। उनकी मृत्यु के बाद पूरे बांग्लादेश में व्यापक विरोध प्रदर्शन और आक्रोश देखा गया, जिसके मद्देनजर सरकार ने एक दिन के राजकीय शोक की भी घोषणा की थी। शनिवार रात को हुई इस कार्रवाई के दौरान छात्रों ने छात्रावास के मुख्य द्वार पर लगी पुरानी नामपट्टिका को हटा दिया और उसकी जगह शहीद शरीफ उस्मान हादी हॉल की नई पट्टिका लगा दी। इस प्रक्रिया के दौरान न केवल नाम बदला गया, बल्कि छात्रावास की मुख्य इमारत पर बने बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान के भित्तिचित्र (म्यूरल) को भी पेंट करके मिटा दिया गया। हॉल काउंसिल के पदाधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह कदम छात्रों की तीव्र मांग और उनके सामूहिक निर्णय के आधार पर उठाया गया है। विश्वविद्यालय परिसर में सुरक्षा और प्रशासनिक अनुमति के सवालों के बीच, छात्रों ने क्रेन और अन्य उपकरणों की मदद से देर रात तक इस बदलाव को अंजाम दिया। यह घटनाक्रम बांग्लादेश की बदलती राजनीतिक दिशा और स्वतंत्रता संग्राम के नायकों के प्रति नई पीढ़ी के बदलते दृष्टिकोण को भी दर्शाता है। हादी की शहादत को उनके समर्थकों ने एक नए क्रांतिकारी युग की शुरुआत के रूप में स्वीकार किया है। वीरेंद्र/ईएमएस 23 दिसंबर 2025