:: अपर कलेक्टर ने केंद्रों का किया औचक निरीक्षण; कंप्यूटर ऑपरेटर्स और सुव्यवस्थित बैठकों से आसान हुई प्रक्रिया :: इंदौर (ईएमएस)। इंदौर जिले में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा दावे-आपत्तियों के निराकरण के लिए बनाए गए केंद्रों पर मतदाताओं की सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। गुरुवार को उप जिला निर्वाचन अधिकारी एवं अपर कलेक्टर नवजीवन विजय पंवार ने विभिन्न सुनवाई केंद्रों का सघन निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि मतदाताओं को केंद्रों पर किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए और पूरी प्रक्रिया पारदर्शी रहे। अधिकारियों ने बताया कि जिले में प्रारूप मतदाता सूची का प्रकाशन पहले ही किया जा चुका है। वर्तमान में उन मतदाताओं की सुनवाई की जा रही है, जिन्हें मैपिंग से संबंधित विसंगतियों के चलते नोटिस जारी किए गए थे। इस बार प्रशासन ने नवाचार करते हुए तकनीकी सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया है। निरीक्षण के दौरान सहायक उप जिला निर्वाचन अधिकारी अजीत श्रीवास्तव सहित अन्य निर्वाचन अधिकारी भी उपस्थित रहे। :: हाईटेक हुई सुनवाई प्रक्रिया :: इंदौर जिला प्रशासन ने इस बार सुनवाई केंद्रों को पूरी तरह सुसज्जित किया है। प्रत्येक केंद्र पर विशेष रूप से कंप्यूटर और प्रशिक्षित कंप्यूटर ऑपरेटर्स की तैनाती की गई है। इसका मुख्य उद्देश्य दावे-आपत्तियों का मौके पर ही त्वरित और ऑनलाइन डेटा प्रबंधन सुनिश्चित करना है। इससे न केवल समय की बचत हो रही है, बल्कि मानवीय त्रुटियों की संभावना भी न्यूनतम हो गई है। मतदाता अपनी जानकारी की शुद्धता को डिजिटल स्क्रीन पर देख पा रहे हैं, जिससे प्रक्रिया के प्रति विश्वास बढ़ा है। :: मतदाताओं के लिए विशेष सुविधा :: प्रशासन ने आमजन की सुविधा के लिए केंद्रों पर विशेष प्रबंध किए हैं। भीषण गर्मी या अन्य प्रतिकूल मौसम को ध्यान में रखते हुए केंद्रों पर बैठने के लिए छायादार स्थान और शीतल पेयजल की समुचित व्यवस्था की गई है। अपर कलेक्टर पंवार ने निरीक्षण के दौरान मतदाताओं से चर्चा भी की और उनसे व्यवस्थाओं के बारे में फीडबैक लिया। :: शुद्ध मतदाता सूची का लक्ष्य :: प्रशासन का मुख्य लक्ष्य एक ऐसी मतदाता सूची तैयार करना है जो पूरी तरह शुद्ध, अद्यतन और त्रुटिरहित हो। इसके लिए घर-घर सर्वे के बाद अब सुनवाई केंद्रों पर दस्तावेजों का मिलान किया जा रहा है। जिला प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे उन्हें मिले नोटिस के अनुसार निर्धारित तिथि और समय पर केंद्रों पर उपस्थित हों। उनकी सक्रिय भागीदारी से ही निर्वाचक नामावली को दोषमुक्त बनाया जा सकता है। :: निर्वाचन अमले को कड़े निर्देश :: निरीक्षण के दौरान अपर कलेक्टर ने बीएलओ और सुपरवाइजर्स को निर्देश दिए कि वे नोटिस तामीली और सुनवाई की प्रक्रिया में पूरी गंभीरता बरतें। किसी भी पात्र मतदाता का नाम सूची से न छूटे और अपात्र या दोहरी प्रविष्टि वाले नामों को नियमानुसार हटाया जाए। आगामी चुनावों की दृष्टि से यह पुनरीक्षण कार्य अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। प्रकाश/25 दिसम्बर 2025