* अटलादरा से साठोद तक जनसमर्थन, मुख्यमंत्री और मनपा शासकों को बताया निर्दोष युवक की मौत का जिम्मेदार वडोदरा (ईएमएस)| जन आक्रोश यात्रा के सातवें दिन की शुरुआत अटलादरा से की गई। इसके बाद यात्रा समियाला, सांगमा, डभास, विश्रामपुरा, मोभा, रणपुरा, उमज, सोखड़ा, चोरभुज, कनभा, हांडोद, करजण, उतरज, साधली, अवालख और छाणभाई मार्ग से साठोद की ओर आगे बढ़ी। यात्रा के दौरान मार्ग में जगह-जगह स्थानीय नागरिकों ने भव्य स्वागत किया। इस अवसर पर गुजरात प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री को महानगरपालिका में चुने गए भाजपा नेता और अधिकारी गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि महीनों पहले शहर में जेसीबी सहित अन्य उपकरण खरीदे गए थे और उनका उपयोग भी शुरू हो चुका था, लेकिन मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान उन्हीं उपकरणों को दोबारा साफ-सुथरा कर उनके हाथों उद्घाटन करवाया गया और बड़े पैमाने पर विकास होने के दावे किए गए। उन्होंने आगे कहा कि विकास दिखाने के लिए रातों-रात सीवर ड्रेनेज लाइनें डाली गईं और गड्ढे खोदे गए, जिनमें गिरने से एक निर्दोष युवक की मौत हो गई। यह कोई प्राकृतिक मृत्यु नहीं, बल्कि भाजपा शासकों की आपराधिक लापरवाही का परिणाम है। इस मौत के लिए जितने मनपा के शासक जिम्मेदार हैं, उतने ही मुख्यमंत्री भी जिम्मेदार हैं, क्योंकि उनके दौरे के लिए ही ये गड्ढे खोदे गए थे। अमित चावड़ा ने कहा कि भाजपा ने देश में हिंदुत्व के नाम पर सरकार बनाई, लेकिन बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार, क्रूर हत्याएं और बहन-बेटियों के साथ बलात्कार की घटनाओं पर सरकार अब तक मौन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले कहते थे कि किसी भी गुस्ताखी का करारा जवाब दिया जाएगा, फिर बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के मुद्दे पर सरकार की चुप्पी क्यों है? कांग्रेस की मांग है कि सरकार इस मुद्दे को तुरंत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाए और बांग्लादेश में हिंदू भाइयों-बहनों पर हो रहे अत्याचार को रोके। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है और जहां मिल रहा है वहां उचित वेतन नहीं दिया जाता। इसी कारण युवा किसी भी तरह विदेश जाने के लिए मजबूर हो रहे हैं और वहां भी उनका शोषण हो रहा है। हाल ही में वडोदरा सहित राज्य के कई युवा म्यांमार में फंस गए हैं, जहां एजेंटों द्वारा उनका शोषण किया जा रहा है। सरकार को रोजगार सृजन की दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए और फंसे हुए युवाओं को तुरंत वापस लाने की व्यवस्था करनी चाहिए। अमित चावड़ा ने आरोप लगाया कि वडोदरा जिला और शहर के कई इलाकों में भ्रष्ट शासकों के कारण शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं है। मानसून में विश्वामित्री नदी में प्रशासनिक लापरवाही से बाढ़ आती है। सामान्य बारिश में भी ड्रेनेज सिस्टम फेल हो जाता है और सड़कें बह जाती हैं। इसके अलावा ठेला-लारी वालों से अवैध वसूली की जाती है और पैसे न देने पर उनका रोजगार बंद करवा दिया जाता है। स्थानीय स्वराज संस्थाओं को भाजपा नेताओं और अधिकारियों ने भ्रष्टाचार और लूट के अड्डे बना दिए हैं। गुजरात विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नेता डॉ. तुषार चौधरी ने कहा कि भाजपा शासन में जनता पूरी तरह परेशान हो चुकी है। चारों ओर सिर्फ भ्रष्टाचार है। सरकार को सत्ता के अलावा किसी की परवाह नहीं है। किसानों, युवाओं, महिलाओं और छात्रों सहित सभी वर्ग इस शासन में त्रस्त हैं। जब लोग अपनी समस्याओं को लेकर आवाज उठाते हैं, तो सरकार उसे कुचलने का काम करती है। ऐसी तानाशाही सरकार को सत्ता से हटाने का समय आ गया है। सतीश/27 दिसंबर