- बुजुर्ग को पत्रकारों में जिंदा निकाला नैनपुर (ईएमएस)। जरूरी नहीं है कि मरने के लिए आपको सही में मरना पड़े, सरकारी रिकॉर्ड भी आपको जीते जी मार सकते हैं और आपको अपना हक पाने के लिए उन्हीं के सामने भूत बनके आना पड़ेगा, हम बात कर रहे है, नैनपुर जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत हीरापुर में लापरवाही का मामला सामने आया है। यहाँ पंचायत रिकॉर्ड में एक जीवित शख्स पीतम रजक को मृत घोषित कर दिया गया है। पंचायत और समग्र आईडी के दस्तावेजों में उन्हें स्वर्गीय पीतम रजक दर्ज किया गया है, जबकि वह जीवित हैं। रिकॉर्ड में मृत घोषित होने के कारण पीतम रजक को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा था। समग्र आईडी में स्वर्गीय दर्ज होने से उनका राशन, पेंशन और अन्य शासकीय सुविधाएं रोक दी गई थीं। पीड़ित ने पंचायत और संबंधित विभागों में कई बार आवेदन दिए, लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हो सका। -प्रशासन ने गलती मानी* जब बुजुर्ग ने अपनी समस्या मीडिया के सामने रखी। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया और मामले की जांच शुरू की गई। जांच में पुष्टि हुई कि पंचायत के दस्तावेजों में गलती से उन्हें मृत दर्शाया गया था। बुजुर्ग ने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाते हुए अपने जीवित होने से संबंधित सभी आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत किए हैं।अनुविभागीय अधिकारी आशुतोष महादेव ठाकुर ने बताया कि पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। जांच के बाद दोषियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि बुजुर्ग के दस्तावेजों में सुधार कर उन्हें सभी सरकारी योजनाओं का लाभ दोबारा दिलाया जाएगा।