नई दिल्ली (ईएमएस)। दिल्ली सरकार 11 निर्माणाधीन अस्पतालों को पीपीपी मॉडल पर संचालित करेगी, जिनमें 6836 बेड वाले सात अस्पताल शामिल हैं। सरिता विहार अस्पताल में पार्किंग विवाद के कारण काम अटका है। इन अस्पतालों से 10,073 बेड और 4,314 आईसीयू बेड बढ़ेंगे। 42,000 मेडिकल स्टाफ की जरूरत होगी और 9,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे। सरकार विस्तृत व्यवहार्यता अध्ययन करा रही है ताकि स्वास्थ्य ढांचे का विस्तार हो सके। गुरु तेग बहादुर अस्पताल समेत गीता कॉलोनी, शालीमार बाग, सुल्तानपुरी, सरिता विहार, रघुबीर नगर और किराड़ी के कुल 6836 बेड के ये अस्पताल एक बड़ी आबादी को राहत देने में सक्षम हैं। कहीं काम अटका तो कहीं समय पर एनओसी नहीं मिल पाया। अजीत झा/देवेन्द्र/नई दिल्ली/ ईएमएस/29/ दिसंबर/2025