बालाघाट (ईएमएस). किरनापुर तहसील के अंतर्गत ग्राम पंचायत पिपलगांव के अंतर्गत ग्राम मेंढरा की प्राथमिक शाला में बच्चों को केले के पत्ते पर मध्यान्ह भोजन दिये जाने एवं शाला भवन के अत्यंत जर्जर होने संबंधी मीडिया में प्रचारित समाचार पर संज्ञान लेते हुए किरनापुर के बीईओ गणेश सोनी व बीआरसी सीएल टेकाम द्वारा शाला का निरीक्षण किया गया और वस्तु स्थिति देखी गई। बीआरसी एवं बीईओ द्वारा किये गए निरीक्षण के दौरान शाला में पदस्थ शिक्षक सूर्यकांत कालबेले, अतिथि शिक्षक योगेश दरवरे शाला में उपस्थित पाये गए। शाला में कुल दर्ज बच्चों की संख्या 17 है, इनमें से प्राय: 12-13 बच्चें ही शाला में उपस्थित होते है। शाला में बच्चों को मध्यान्ह भोजन कराने के लिए 13 थालियां उपलब्ध है और अच्छी स्थिति में पायी गई। बच्चों को केले के पत्ते में भोजन नहीं कराया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान शाला शिक्षक द्वारा बताया गया कि शाला की 26 थालियां गुम हो गई है, लेकिन शिक्षक द्वारा गुम होने संबंधी वरिष्ठ अधिकारियों एवं पुलिस में कोई शिकायत नहीं की गई है। शिक्षक द्वारा बताया गया कि उनके पास राशि नहीं होने से थाली नहीं खरीदी गई है, जबकि राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल द्वारा आकस्मिक मद में शाला को 5 हजार रुपए की राशि आवंटित की गई थी, जिसमें से 2500 रुपए का आहरण किया जा चुका है और 2500 रुपए की राशि शेष है, जिसका शिक्षक द्वारा उपयोग नहीं किया गया है। बीआरसी टेकाम ने बताया कि शाला के भवन निर्माण का प्रस्ताव वार्षिक कार्य योजना में शामिल है, इसके साथ ही अति नक्सल क्षेत्र के सुपर-100 कार्यों में भी मेंढरा के नवीन शाला भवन का प्रस्ताव शामिल है। निरीक्षण में यह भी पाया गया कि गांव में इतने केले के पेड़ नहीं है कि हर दिन बच्चों को केले के पत्तों में भोजन कराया जा सके। शाला के शिक्षक सूर्यकांत कालबेले को निर्देशित किया गया कि शाला में उपलब्ध राशि का थालियां एवं बरतन आदि क्रय करने में उपयोग करें तथा शाला के बच्चों की पढ़ाई पर विशेष ध्यान दे। भानेश साकुरे / 29 दिसंबर 2025