क्षेत्रीय
31-Dec-2025
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गुना (ईएमएस)| आचार्यश्री निर्भय सागर महाराज के सानिध्य में शांतिनाथ दिगंबर जैन पुण्योदय अतिशय तीर्थ क्षेत्र बजरंगगढ़ में दो दिवसीय भव्य महामहोत्सव का शुभारंभ बुधवार को वार्षिक तीर्थ वंदना पदयात्रा के साथ हुआ। इस मौके पर गुना से बजरंगगढ़ तीर्थ तक विशाल धर्म प्रभावना पदयात्रा निकाली गई, जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु भक्ति भाव के साथ सम्मिलित हुए। बुधवार दोपहर चौधरी मोहल्ला स्थित श्री पाश्र्वनाथ दिगंबर जैन संतशाला से पदयात्रा का शुभारंभ हुआ। इस पदयात्रा में आचार्यश्री निर्भय सागर महाराज के शिष्य निर्यापक मुनिश्री शिवदत्त सागर महाराज एवं मुनिश्री पदमदत्त सागर महाराज ने भी श्रद्धालुओं के साथ पैदल विहार किया। शाम लगभग 4 बजे पदयात्रा बजरंगगढ़ पहुंची, जहां आरोन टोल नाके के पास आचार्यश्री निर्भय सागर महाराज ससंघ और गुना गौरव मुनिश्री सुदत्त सागर महाराज की भव्य अगवानी की गई। इस दौरान मुनिसंघों के मिलन का अद्भुत दृश्य देख भक्त भावविभोर हो उठे। 108 दीपकों से होगा वर्ष 2025 का विदाई समारोह तीर्थ क्षेत्र कमेटी के अध्यक्ष एसके जैन और मंत्री प्रदीप जैन ने बताया कि निर्यापक मुनिश्री सुधा सागरजी महाराज के आशीर्वाद से बजरंगगढ़ के इतिहास में पहली बार आज रात्रि 8 बजे से एक विशेष अनुष्ठान आयोजित किया जा रहा है। इसमें 108 मंडलों पर 108 परिवारों द्वारा श्री भक्तामर जी के 48 काव्यों के माध्यम से 48 दीप प्रज्ज्वलित किए जाएंगे। भजनों की मधुर धुनों के बीच भक्त नाचते-गाते वर्ष 2025 को विदाई देंगे और रात्रि ठीक 12 बजे भगवान शांतिनाथ की महाआरती के साथ नवीन वर्ष 2026 का स्वागत किया जाएगा। नूतन वर्ष पर महामस्तकाभिषेक और रथोत्सव 1 जनवरी को नूतन वर्ष के अवसर पर बजरंगगढ़ तीर्थ पर भक्ति का चरम दिखाई देगा। सुबह 7 बजे से अभिषेक पूर्व की क्रियाएं प्रारंभ होंगी। जिसके पश्चात आचार्य संघ के सानिध्य में भगवान शांतिनाथ, अरहनाथ एवं कुथुनाथ भगवान का 1008 कलशों से भव्य महामस्तकाभिषेक एवं शांतिधारा की जाएगी। दोपहर 11:30 बजे वार्षिक जिनेंद्र रथोत्सव निकाला जाएगा, जो क्षेत्र की परिक्रमा करेगा। शाम को महाआरती के साथ दो दिवसीय महोत्सव का समापन होगा। प्रशासन और आयोजन समिति ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पवन श्री मांगलिक भवन के सामने से नि:शुल्क वाहन व्यवस्था भी की है। - सीताराम नाटानी