वॉशिंगटन (ईएमएस)। 2025 के अंत और साल 2026 की शुरुआत से पहले भारत में अमेरिकी दूतावास ने एक वीडियो साझा किया है, जिसमें इस साल दोनों देशों के सफर पर प्रकाश डाला गया। हालांकि, दोनों देशों के लिए साल की शुरुआत तो बेहद अच्छी हुई, लेकिन बाद में 2025 में भारत-अमेरिका के रिश्ते मुश्किल दौर से गुजरे। राजनीतिक मतभेद, ट्रेड विवाद और तीखी पब्लिक मैसेजिंग ने पार्टनरशिप को जल्दी ही परख लिया। 59 सेकेंड के इस वीडियो में भारत और अमेरिका के बीच हुई गतिविधियों पर रोशनी डाली गई। 20 जनवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के व्हाइट हाउस लौटने के बाद साल की शुरुआत तेजी से हुई। पहले 100 दिनों में, दोनों पक्षों ने तेजी से काम किया। सेक्रेटरी ऑफ स्टेट मार्को रुबियो ने शपथ ग्रहण के एक दिन बाद 21 जनवरी को विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ वाशिंगटन में अपनी पहली द्विपक्षीय बैठक की। इसके बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 फरवरी को ओवल ऑफिस में राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाकात की। उपराष्ट्रपति जे डी वेंस 20-24 अप्रैल तक भारत आए। जब ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में जयशंकर को सबसे आगे की लाइन में बैठाया गया, तो भारत के कई आलोचकों ने हैरानी जताई। विदेश मंत्रियों को ऐसी जगह बहुत कम मिलती है। डिप्लोमैटिक दृष्टिकोण से इसे एक सिग्नल के तौर पर देखा गया। भारत की नई सरकार के साथ शुरुआती दोस्ती थी। दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग में मजबूती आई और इंडो-पैसिफिक सहयोग भी जारी रहा। तकनीक और सप्लाई चेन के मुद्दे एजेंडा में बने रहे। यह भी उम्मीद थी कि लंबे समय से रुकी हुई ट्रेड डील आखिरकार आगे बढ़ सकती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। साल के बीच में ही दोनों देशों के बीच तनाव शुरू हो गया। यह तनाव उजागर तब हुआ, जब पहली बार ट्रंप और उनकी टीम ने दावा किया कि अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर करवाया। भारत ने इससे साफ इनकार कर दिया। इसके तुरंत बाद, ट्रंप ने भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लगा दिया, जिसका ट्रेड बातचीत पर बुरा असर पड़ा। द्विपक्षीय व्यापार समझौता टूट गया और भारत में क्वाड लीडरशिप समिट की योजना रद्द की गई। विदेश और रक्षा मंत्रियों के बीच सालाना 2+2 बातचीत नहीं हुई। हालात ऐसे थे कि कई सालों में पहली बार, अमेरिका के सीनियर अधिकारियों ने भारत के खिलाफ खुलकर बात की। उनका लहजा सख्त था। वहीं दूसरी बड़ी ताकतों के साथ भारत की नजदीकियों ने वॉशिंगटन की बेचैनी बढ़ा दी। सुबोध/३१-११-२०२५