जगदलपुर(ईएमएस)। आम आदमी पार्टी के नेता समीर खान ने बस्तर में मूल निवासियों के पारंपरिक अधिकारों और धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि धार्मिक कट्टरपंथ और प्रशासनिक निष्क्रियता के कारण बस्तर के मूल निवासी अपने परिजनों का अंतिम संस्कार भी पारंपरिक रीति-रिवाज से नहीं कर पा रहे हैं, जो लोकतंत्र और संविधान के मूल सिद्धांतों का सीधा उल्लंघन है। समीर खान ने मीडिया से चर्चा में कहा कि हाईकोर्ट के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद बस्तर में आदिवासियों को उनके धार्मिक अधिकारों से वंचित किया जा रहा है। उन्होंने हाल ही की उस घटना का भी जिक्र किया, जिसमें एक परिवार को शव के साथ सड़क पर बैठने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने कहा कि यह घटना प्रशासनिक असफलता और जनप्रतिनिधियों की चुप्पी का जीता-जागता प्रमाण है। आम आदमी पार्टी नेता ने मांग की है कि मूल निवासियों को उनके पारंपरिक धार्मिक रीति-रिवाजों के अनुसार अंतिम संस्कार की पूर्ण स्वतंत्रता दी जाए। धार्मिक कट्टरपंथी ताकतों पर सख्त कार्रवाई की जाए। जिला प्रशासन को निष्पक्षता के साथ कोर्ट और संविधान के निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए जाएं। राज्य सरकार इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप कर पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाए। समीर खान ने कहा कि आम आदमी पार्टी बस्तर के मूल निवासियों के साथ खड़ी है और जब तक न्याय नहीं मिलता, पार्टी लोकतांत्रिक और संवैधानिक तरीके से संघर्ष करती रहेगी। ईएमएस(संजय कुमार जैन)05 मई 2025