मुंबई (ईएमएस)। भारतीय सिनेमा की शान मशहूर एक्टर स्वर्गीय मनोजकुमार ने सिनेमा में अपनी एक ऐसी छवि बनाई जो अनुशासन, मर्यादा और भारतीय मूल्यों का प्रतीक रही। पर्दे पर उनकी गंभीरता और सिद्धांतों के प्रति प्रतिबद्धता ने उन्हें बाकी अभिनेताओं से अलग पहचान दी। खास बात यह थी कि वह रोमांटिक और इंटीमेट सीन से दूरी बनाए रखते थे। उनके लिए एक सख्त नियम था नो इंटिमेसी। वह किसी हीरोइन को गले लगाना, किस करना या छूना तक पसंद नहीं करते थे। मनोज कुमार ने हेमा मालिनी के साथ कई फिल्मों में काम किया जैसे सन्यासी, दस नंबरी और क्रांति, लेकिन किसी भी दृश्य में उन्होंने रोमांस को फिल्मी छूट नहीं दी। हेमा मालिनी ने एक इंटरव्यू में बताया था कि मनोज कुमार कभी भी किसी हीरोइन को छूते नहीं थे और उनका व्यवहार बेहद विनम्र और आदर्शवादी था। उन्होंने हमेशा अपनी भारतीय हीरो की छवि को बरकरार रखा। लेकिन एक बार ऐसा हुआ जब उन्होंने खुद का बना यह नियम तोड़ दिया। फिल्म थी मेरा नाम जोकर और निर्देशक थे उनके प्रिय मित्र राज कपूर। फिल्म में सिमी ग्रेवाल के साथ मनोज कुमार का एक छोटा-सा किसिंग सीन रखा गया था। यह पहली और आखिरी बार था जब पर्दे पर उन्होंने किसी हीरोइन को किस किया। इस सीन को देखकर उनके चाहने वाले भी हैरान रह गए थे। मनोज कुमार ने एक इंटरव्यू में खुद इस बात को स्वीकार किया था कि उन्होंने यह नियम सिर्फ राज कपूर के लिए तोड़ा। वह राज कपूर को बहुत सम्मान देते थे और उन्हें मना नहीं कर सकते थे। इसके विपरीत, उन्होंने जीनत अमान के साथ रोटी कपड़ा और मकान में एक रोमांटिक सीन करने से इनकार कर दिया था। सीन में जीनत अमान बारिश में नाच रही थीं और उन्हें भी शामिल होना था, लेकिन उन्होंने यह कहकर मना कर दिया कि उनका किरदार नौकरी के इंटरव्यू के लिए जा रहा है, ऐसे में उस पर यह सीन बेमेल लगेगा। मनोज कुमार का सिनेमा में यह अनुशासन और मूल्य आधारित सोच आज भी मिसाल है। बता दें कि भारत कुमार के नाम से मशहूर मनोज कुमार अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनके देशभक्ति से भरे किरदार और सामाजिक मुद्दों पर बनीं फिल्में हमेशा उन्हें यादगार बनाए रखेंगे। सुदामा/ईएमएस 21 मई 2025