गाजा (ईएमएस)। इजरायल करीब तीन साल से हमास को मिटाने के लिए जंग लड़ रहा है। इसकी शुरुआत हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल के एक शहर में निर्दोष लोगों की हत्या करके की थी। अब गाजा पट्टी में सुरंगों में मिले दस्तावेजों से पता चला है कि हमास ने इजरायल पर हमला क्यों किया था। इस आतंकी कार्रवाई में, हमास ने जमीन, हवा और समुद्र के रास्ते इजरायल पर हमला किया और देश के बड़े हिस्से में हत्याओं का सिलसिला शुरू कर दिया। इजरायली सेना द्वारा हासिल दस्तावेजों में 2 अक्टूबर, 2023 की बैठकों के विवरण शामिल हैं। इससे पता चलता है कि याह्या सिनवार सहित हमास के नेता इजरायल-सऊदी के सामान्य संबंधों को अपने अस्तित्व के लिए खतरा मानते थे। उस समय गाजा में हमास के प्रमुख रहे सिनवार, हमास के तत्कालीन सैन्य प्रमुख मोहम्मद देइफ के साथ 7 अक्टूबर के हमले के मुख्य साजिशकर्ता थे। ईरान की राजधानी तेहरान में हमास के प्रमुख इस्माइल हनीया की हत्या के बाद, सिनवार हमास के प्रमुख बन गए। चल रहे युद्ध में सिनवार और देइफ दोनों मारे गए हैं। सिनवार को जमीनी सैनिकों ने गोली मार दी थी और देइफ हवाई हमले में मारा गया था। सभी आतंकवादियों को बेअसर करने या खदेड़ने में इजरायली सुरक्षा बलों को कई दिन लग गए। आतंकवादियों ने लगभग 1,200 लोगों की हत्या कर दी और हजारों लोगों को घायल कर दिया, और लगभग 250 लोगों का अपहरण कर उन्हें बंधक बनाकर गाजा ले गए। रिपोर्ट के अनुसार, गाजा की सुरंगों में इजरायली बलों द्वारा पाए गए दस्तावेजों से अब यह पता चला है कि 7 अक्टूबर के हमले का उद्देश्य इजरायल और सऊदी अरब के बीच सामान्य होते संबंधों को पटरी से उतारना था। वर्षों से, अमेरिका इजरायल और अरब दुनिया के बीच संबंधों को सामान्य बनाने के लिए प्रयास का नेतृत्व कर रहा था। 2020 में पहले डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन के तहत अब्राहम समझौते ने इजरायल और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), बहरीन और मोरक्को के बीच संबंधों को सामान्य बनाने का नेतृत्व किया। जो बाइडेन प्रशासन ने प्रयासों को संभाला और इजरायल और सऊदी अरब के बीच सामान्य बनाने के समझौते पर काम कर रहा था। तभी 7 अक्टूबर के हमले ने वार्ता को पटरी से उतार दिया। वीरेंद्र/ईएमएस 21 मई 2025