17-Jul-2025


कोरबा (ईएमएस) मानव सेवा का एक अनूठा उदाहरण कोरबा शहर में देखने को मिल रहा है। जहां पिछले सात सालों से रोटी बैंक के माध्यम से बेसहारा और भिक्षुकों की सेवा कर रहे हैं। इस निस्वार्थ पहल के जरिए प्रतिदिन सैकड़ों जरूरतमंदों को दोपहर और रात, दोनों समय भरपेट भोजन मिल पाता है। यह सेवा छत्तीसगढ़ हेल्प वेलफेयर सोसायटी के तत्वावधान में अनवरत जारी है, जिसने कई बेघर और मानसिक रूप से अस्वस्थ लोगों को भूख से मुक्ति दिलाई है। छत्तीसगढ़ हेल्प वेलफेयर सोसायटी के सदस्य शिवा प्रतीक अपने साथी मिहिर के साथ मिलकर यह बीड़ा उठाए हुए हैं। वे शहर के लगभग 85 परिवारों तक पहुंचते हैं, जहां से दोनों समय रोटी, चावल और सब्जी एकत्र करते हैं। ये परिवार भी पूरी सेवा भावना से नियमित रूप से भोजन तैयार कर संस्था को उपलब्ध कराते हैं, जिससे यह नेक कार्य निरंतर जारी है। मौसम चाहे कैसा भी हो तेज धूप, मूसलाधार बारिश या कड़ाके की ठंड वे एकत्रित भोजन लेकर शहर के बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, हॉट-बाजार, आश्रम और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर पहुंचते हैं। यहां बेसहारा, भिक्षुक और मानसिक रूप से अस्वस्थ लोग उनके आने का इंतजार करते हैं और सम्मानपूर्वक भोजन ग्रहण करते हैं। 17 जुलाई / मित्तल