क्षेत्रीय
14-Oct-2025
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एकल का कार्यकर्ता अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए राष्ट्रहित में योगदान दें : विकास जैन* गुना (ईएमएस) गुना। एकल अभियान का उद्देश्य गांव-गांव तक संस्कार शिक्षा का विस्तार करना है, ताकि सनातनी परंपराओं और संस्कृति से हर बच्चा परिचित हो सके यह बात एकल अंचल गुना सचिव विकास जैन नखराली ने एकल के दो दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग के समापन सत्र को संबोधित करते हुए कही। श्री जैन ने कहा कि एकल का कार्य तभी सफल होगा जब सभी आचार्य और कार्यकर्ता एक परिवार की तरह जिम्मेदारी निभाते हुए राष्ट्रहित में योगदान देंगे। कार्यशाला में मौजूद सभी नव प्रतिनियुक्त आचार्यों और पदाधिकारियों ने संकल्प लिया कि वे अपनी-अपनी जिम्मेदारियों को निभाते हुए अभियान को सक्रिय और सफल बनाएंगे। इसी के साथ ही श्री जैन ने एकल कार्यकर्ताओं को सीपीआर का महत्व बताया और उन्हें प्रशिक्षण लेने का आग्रह भी किया। बता दे कि रविवार एवं सोमवार को एकल अभियान मध्यभारत संभाग द्वारा दो दिवसीय अंचल प्रशिक्षण बैठक एकल कार्यालय गुना में आयोजित की गई। जिसमें श्योपुर, शिवपुरी, डबरा, गुना, बरेली,रतलाम, सेंधवा एवं नर्मदापुरम सहित 8 अंचलों से अंचल प्रशिक्षण प्रमुखों ने भाग लिया। प्रशिक्षण बैठक में कुल 20 सत्र हुए जिसमें मासिक पाठ्यक्रम समीक्षा एवं आगामी माह का पाठ्यक्रम तैयार किया गया। प्रशिक्षण बैठक में संभाग प्रमुख नवल मंडलोही, संभाग प्रशिक्षण प्रमुख नारायण सिंह, हरि कथा संभाग कार्यालय प्रमुख पप्पू सिंह नायक, चंबल भाग प्रशिक्षण प्रमुख विजय सिंह, मालवा भाग प्रशिक्षण प्रमुख ताशीराम सहित अन्य पदाधिकारीयों ने विभिन्न सामाजिक विषयों पर प्रकाश डाला। समापन सत्र को संबोधित करते हुए श्री जैन ने कहा कि एकल अभियान प्रशिक्षण वह प्रशिक्षण है जो ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में एकल विद्यालय चलाने वाले शिक्षकों (आचार्यों) को दिया जाता है। यह प्रशिक्षण पंचमुखी शिक्षा के सिद्धांतों, जिसमें शिक्षा, आरोग्य, संस्कार, जागरण और स्वावलंबन शामिल हैं, पर केंद्रित होता है। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य ग्रामीण समाज के समग्र विकास के लिए शिक्षकों को तैयार करना और बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए सक्षम बनाना है। ( ‌सीताराम नाटानी ईएमएस)