-- दूसरों के इलाज के नाम पर लगाए फर्जी बिल -- तीनों सस्पेंड, जहांगीराबाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर शुरू की जांच भोपाल(ईएमएस)। राजधानी के पुलिस मुख्यालय (पीएचक्यू) की लेखा शाखा में बड़ा घोटाला सामने आया है। जहांगीराबाद पुलिस ने पीएचक्यू में पदस्थ तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ इलाज के नाम पर फर्जी बिल लगाकर करीब 10 लाख रुपए हड़पने का मामला दर्ज किया है। हैरानी की बात यह है, कि जिन पुलिसकर्मियों के नाम पर बिल लगाए गए, उन्हें इस बात की भनक तक नहीं थी। इसके बाद उन्होंने पीएचक्यू में शिकायत कर दी। जांच के बाद लेखा शाखा के अधिकारी ने तीनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। तीनों को सस्पेंड कर दिया गया है। थाना पुलिस ने बताया कि पुलिसकर्मी नीरज कुमार, राजपाल ठाकुर और हर्ष वानखेड़े पीएचक्यू की लेखा शाखा में पदस्थ हैं। इनका काम विभागीय कर्मचारियों के इलाज के बिल तैयार कर भुगतान की प्रक्रिया पूरी करना था। लेकिन तीनों ने 2024 से अब तक फर्जी मेडिकल बिल बनाकर अलग-अलग समय पर 10 लाख रुपए निकाल लिए। घोटाले का खुलासा तब हुआ, जब जिन कर्मचारियों के नाम पर बिल लगाए गए थे, उनसे भुगतान की पुष्टि मांगी गई। उन्होंने साफ कहा कि उन्होंने कभी ऐसा इलाज नहीं कराया। इस पर पीएचक्यू में शिकायत दर्ज कराई गई। जांच में यह सामने आया कि तीनों बाबुओं ने आपस में मिलीभगत कर फर्जी इलाज के कागजात और बिल बनवाकर रकम अपने खातों में ट्रांसफर कराई। जांच रिपोर्ट आने के बाद पीएचक्यू अधिकारियों ने तीनों को तत्काल सस्पेंड कर दिया और धोखाधड़ी का केस दर्ज करने के निर्देश दिए। जहांगीराबाद थाने में तीनों के खिलाफ जांच शुरू की गई है। जांच पूरी होते ही आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी। जुनेद / 16 अकटुबर