- गोल्ड ओवरड्राफ्ट लोन से मिलती है जरूरत के मुताबिक पैसा निकालने की सुविधा मुंबई (ईएमएस)। सोना अब सिर्फ गहनों या निवेश का जरिया नहीं रहा, बल्कि मुश्किल वक्त में पैसा जुटाने का एक स्मार्ट विकल्प बन गया है। आजकल बैंक और फाइनेंशियल कंपनियां गोल्ड के बदले लोन देने के कई आसान तरीके पेश कर रही हैं। इनमें सबसे लोकप्रिय है गोल्ड ओवरड्राफ्ट लोन, जो लोगों को अपनी जरूरत के मुताबिक पैसे निकालने की आज़ादी देता है। इस लोन में ग्राहक अपने सोने के गहने बैंक में गिरवी रखते हैं। इसके बदले बैंक एक ओवरड्राफ्ट अकाउंट खोलता है, जिसमें सोने की कीमत के अनुसार एक क्रेडिट लिमिट तय की जाती है। खास बात यह है कि ब्याज केवल उसी राशि पर देना होता है जो ग्राहक ने वास्तव में इस्तेमाल की है। उदाहरण के तौर पर, अगर किसी को 5 लाख रुपए की लिमिट मिली है और उसने केवल 2 लाख रुपए निकाले हैं, तो ब्याज सिर्फ 2 लाख पर ही लगेगा। इस लोन का फायदा यह है कि इसका अप्रूवल बेहद जल्दी मिलता है और कागजी प्रक्रिया भी कम होती है। यह खास तौर पर उन लोगों के लिए उपयोगी है जिन्हें बार-बार छोटे-छोटे खर्चों के लिए पैसे की जरूरत पड़ती है, जैसे बिजनेस करने वाले या आपातकालीन खर्च झेलने वाले लोग। हालांकि इसमें कुछ जोखिम भी हैं। अगर सोने की बाजार कीमत गिरती है, तो बैंक अतिरिक्त सोना गिरवी रखने को कह सकता है। समय पर भुगतान न करने पर सोना नीलाम भी हो सकता है। ईएमआई वाले गोल्ड लोन की तुलना में ओवरड्राफ्ट लोन ज्यादा लचीला और सुविधाजनक माना जा रहा है। बढ़ती गोल्ड कीमतों के बीच, यह स्कीम लोगों को अपनी संपत्ति को काम में लाने का सुरक्षित और समझदार तरीका प्रदान कर रही है। सतीश मोरे/26अक्टूबर ---