वाराणसी (ईएमएस)। लोक आस्था का पर्व बड़ी धूमधाम से वाराणसी में मनाया जा रहा है। गंगा घाटों पर बाढ़ के कारण शिल्ट जमा होने से अत्यधिक ब्रतियों को आसपास के तालाबों और कुंडो पर बेदिया बनानी पड़ी है। इसके लिए जिला प्रशासन भी आम जनता से अनुरोध किया था। छठ के ब्रती आज डूबते सूर्य को अर्घ्य देती हैं, और इसमें गहरे पानी में चले जाने और डूबने का खतरा बना रहता है। ब्रतियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो जिला प्रशासन पूरी तरह से तैयार और चौकन्ना है। इन सभी श्रद्धालुओं और आगंतुकों की सुरक्षा और सुविधा के लिए एनडीआरएफ की टीमें वाराणसी, गोरखपुर तथा चंदौली के लगभग सभी मुख्य घाटों पर हर वर्ष की भांति इस साल भी पूरी तैयारी के साथ तैनात कर दी गई है। वाराणसी में एनडीआरएफ की कुल छः टीमों को सभी संवेदनशील घाटों जैसे राजघाट, ललिता घाट, दशाश्वमेध घाट, पंचगंगा घाट, राजेंद्र प्रसाद घाट, केदार घाट, अस्सी घाट, सामने घाट, विश्वसुन्दरीघाट और अन्य नजदीकी घाटों पर अत्याधुनिक जीवन रक्षक उपकरणों के साथ गंगा नदी में तैनात किया गया। इसके साथ ही वाराणसी के अन्य संवेदनशील स्थानों जैसे वरुणा नदी में शास्त्री घाट, सूर्य सरोवर, बनारस रेलवे कारखाना, वाराणसी पर भी एनडीआरएफ की टीमों को तैनात किया गया है। चन्दौली जनपद के मुगलसराय क्षेत्र में मानसरोवर तालाब एवं बलुआ घाट में भी एनडीआरएफ टीमों को सुरक्षा के दृष्टिकोण से तैनात किया गया। इसके अतिरिक्त गोरखपुर में घाघरा नदी के राज घाट तथा इसके आसपास के अन्य भीड़ की दृष्टि से संवेदनशील घाटों पर भी एनडीआरएफ की टीमें मुस्तैदी से तैनात है I विदित हो की वाराणसी, गोरखपुर और चंदौली जैसे जिलों में जहां छठ का पर्व प्रमुखता से मनाया जाता है वहां छठ व्रतियों और उनके परिजनों की सुरक्षा के लिया एनडीआरएफ की कुल 09 टीमें सभी जिला प्रशासन के साथ समन्वय बना कर मय उपकरणों और संसाधनों के साथ छठ पूजा के दौरान घाटों पर पूरी मुस्तैदी से तैनात है | डॉ नरसिंह राम/ईएमएस/27/10/2025