आईएसआई भारत से धार्मिक यात्रा पर जाने वाली महिलाओं को बना रही निशाना नई दिल्ली,(ईएमएस)। प्रकाश पर्व के दौरान सिख जत्थे के साथ पाकिस्तान की धार्मिक यात्रा पर जाने वाली भारतीय महिला सरबजीत कौर के लापता होना भारत के लिए खतरे की घंटी है। रिपोर्टों में कहा गया है कि पंजाब से गई सिख महिला ने इस्लाम धर्म अपना लिया है और शादी कर ली है। कथित तौर पर महिला का निकाहनामा भी सामने आया है। इस खुलासे के बाद खुफिया एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि सरबजीत कौर सिख जत्थे के साथ पाकिस्तान गई थीं, लेकिन वापस नहीं लौटीं। शुरुआती जानकारी से पता चलता है कि उन्होंने पाकिस्तान के शेखूपुरा में रहने वाले नासिर हुसैन से शादी कर ली है और अपना नाम नूर हुसैन रख लिया है। शेखूपुरा की मस्जिद ने निकाहनामा जारी किया है, जिसमें कहा गया है सरबजीत कौर की सहमति से यह निकाह किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक एक खुफिया सूत्र ने बताया कि यह शादी धर्मांतरण की आड़ में लक्षित भर्ती के पैटर्न का हिस्सा है। एजेंसियों ने इसे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का एक सॉफ्ट पावर पैठ मॉडल कहा है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई कई सालों से भारत से धार्मिक यात्रा पर जाने वाली महिला तीर्थयात्रियों को निशाना बना रही है। पाकिस्तान के कट्टरपंथी हैंडलर्स इन जगहों पर भावनात्मक रूप से कमजोर व्यक्तियों की पहचान करते हैं। इसके बाद उन्हें भरोसे में लकेर प्रेम संबंध और शादी के जरिए फंसाते हैं। पीड़ितों को उनके समूह से अलग कर दिया जाता है। एक बार शादी और धर्मांतरण होने के बाद उसे पाकिस्तान में स्थायी रूप से ट्रांसफर कर लिया जाता है। उसकी भारतीय पहचान से जुड़े सभी संबंध खत्म हो जाते हैं। पिछले कई मामलों में पाया गया है कि ऐसे व्यक्तियों का इस्तेमाल बाद में व्यक्तिगत या सामुदायिक स्तर की जानकारी एकत्र करने के लिए किया गया है। सिराज/ईएमएस 16नवंबर25 ----------------------------------