राज्य
27-Dec-2025


- नए रिजर्व में बढ़ाई जा रही बाघों की संख्या भोपाल (ईएमएस)। शिवपुरी के माधव टाइगर रिजर्व में शनिवार सुबह एक और बाघिन को खुले जंगल में छोड़ा गया। बांधवगढ़ से लाई गई इस बाघिन को सुबह करीब 9 बजे रिजर्व के मध्य क्षेत्र में सफलतापूर्वक रिलीज किया गया। इसके साथ ही माधव टाइगर रिजर्व में बाघों की कुल संख्या बढक़र अब 8 हो गई है। रिजर्व प्रबंधन के अनुसार, वर्तमान में यहां 4 मादा बाघ, 2 नर बाघ और 2 शावक मौजूद हैं। गौरतलब है कि उमरिया के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व ने पिछले दो वर्षों में एक नर और दो मादा बाघों को माधव टाइगर रिजर्व में भेजा गया है। यह कदम माधव टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या बढ़ाने और उनकी आबादी को मजबूत करने के उद्देश्य से उठाया गया है। वर्ष 2023 में पहली बार बांधवगढ़ से एक बाघ को माधव टाइगर रिजर्व भेजा गया था। इसके बाद, वर्ष 2025 में एक नर और एक मादा बाघ को भी वहां भेजा गया। हाल ही में, पनपथा परिक्षेत्र के चिल्हारी क्षेत्र में लगातार देखी जा रही लगभग 5 वर्षीय एक बाघिन को भी माधव टाइगर रिजर्व भेजा गया है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पनपथा बफर चिल्हारी गांव के पास बाघिन के लगातार मूवमेंट के बाद अधिकारियों ने बाघिन का रेस्क्यू करने का निर्णय लिया, बाघिन की निगरानी के बाद बाघिन को डॉक्टरों की टीम ने ट्रेंकुलाइज किया। बाघिन के बेहोश होने के बाद बाघिन की लम्बाई और उसके दांत और नाखूनो की जांच की गई। जांच में दांत की लंबाई की भी नाप की गई। बाघिन के स्वास्थ्य परीक्षण के बाद पिछड़े में रखा गया। लगभग दो घंटे की निगरानी के बाद बाघिन को माधव टाइगर रिजर्व छोडऩे का आदेश मिला। बीटीआर के अधिकारियों की टीम के साथ डाक्टरों की टीम बाघिन को लेकर माधव टाइगर रिजर्व रवाना हुई।बाघिन स्वस्थ हैं। बाघिन को विशेष ट्रक से भेजा गया। बढ़ाई जा रही बाघों की संख्या माधव टाइगर रिजर्व को हाल ही में टाइगर रिजर्व का दर्जा मिला है। इसके बाद राज्य सरकार ने वहां बाघों की संख्या बढ़ाने के लिए ठोस कदम उठाए हैं। इसी क्रम में, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के खितौली और पतौर क्षेत्रों से भी पहले बाघ-बाघिन को छोड़ा जा चुका है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व अपनी मजबूत बाघ आबादी के लिए जाना जाता है। पिछली गणना के अनुसार, यहां 165 से अधिक बाघ-बाघिन मौजूद हैं, जिसके चलते यह अन्य टाइगर रिजर्व को बाघ उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इस संबंध में, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक पीके वर्मा ने बताया कि माधव टाइगर रिजर्व नया घोषित हुआ है और वहां क्षेत्रफल भी बड़ा है। उन्होंने कहा कि बाघों की संख्या बढ़ाने और एक स्थायी आबादी विकसित करने के उद्देश्य से वहां बाघ और बाघिन भेजे जा रहे हैं। विनोद / 27 दिसम्बर 25