स्लीमनाबाद (ईएमएस)। सांसद खेल महोत्सव अंतर्गत लोकसभा प्रतियोगिता जिला पन्ना मे आयोजित हुई! खेलकूद प्रतियोगिता में समापन समारोह में बहोरीबंद विधानसभा अंतर्गत शासकीय बुद्ध सिंह उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तेवरी के खिलाडिय़ों ने परचम लहराया। विदित हो कि सांसद खेल महोत्सव दिनांक 25 नवम्बर से 25 दिसंबर 2025 तक आयोजित हुये!खजुराहो संसदीय क्षेत्र अंतर्गत खेलकूद प्रतियोगिता में पहले मंडल,विकासखंड,विधानसभा और अंत में संसदीय क्षेत्र खजुराहो अंतर्गत जिला पन्ना में बहोरीबंद,मुड़वारा,विजयराघवगढ़,राजनगर,पवई,चंदला,पन्ना और गुनौर विधानसभा की टीमों ने सहभागिता की थी!जिसमें बहोरीबंद विधानसभा अंतर्गत विभिन्न विद्यालयों ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए खिताब जीते। विद्यालय के खेल प्रभारी महेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी राजेश अग्रहरि,रमसा प्रभारी अभय जैन,जिला क्रीड़ा अधिकारी अनूप डांगीवाला,सांसद खेल नोडल प्रभारी प्रमोद डेहरिया के निर्देशन में सांसद खेल महोत्सव में यू/19 बालक कबड्डी तेवरी विजेता रही! बहोरीबंद विधानसभा अंतर्गत तेवरी विद्यालय की टीम क्वार्टर फाइनल में पवई को 28-09 से, सेमीफाइनल में मेजबान पन्ना को 21-11 से और फाइनल मैच में मुड़वारा (कटनी) को बेहद रोमांचक मैच में 10-09 से मात देकर विजयी हुई एवं तीन कुश्ती में खिलाडिय़ों ने पदक जीते हैं। जिला अस्पताल में सेवा की अनूठी मिसाल; ‘एक पहल टीम’ की तीन महिलाओं ने अपने खर्च पर बदली वार्ड की सूरतबुंदेली संवाद, श्रृंगार किट और गांव-गांव दस्तक: नेहा नम्रता द्विवेदी, नसीमा बेगम और बबीता चौबे की टीम ने पेश की मानवता की मिसालदमोह -दमोह जिला अस्पताल अब केवल इलाज का केंद्र नहीं, बल्कि सेवा और अपनत्व का मंदिर बनता जा रहा है। अस्पताल की ‘एक पहल टीम’ की सदस्य नेहा नम्रता द्विवेदी, नसीमा बेगम और बबीता चौबे ने अपनी कार्यकुशलता और सेवा भाव से एक ऐसी लकीर खींची है, जिसकी सराहना पूरे जिले में हो रही है। इन महिला स्वास्थ्य कर्मियों ने न केवल अपनी ड्यूटी निभाई, बल्कि अपने निजी खर्च पर अस्पताल का कायाकल्प कर डाला है।निजी खर्च से हरियाली और दीवारों पर कलाकारी टीम ने अस्पताल को सकारात्मक ऊर्जा से भरने के लिए स्वयं के व्यय पर 350 से अधिक गमले और पौधे लगाकर एक सुंदर गार्डन तैयार किया है। इतना ही नहीं, वार्डों में मरीजों को बीमारियों के प्रति जागरूक करने और उन्हें तनावमुक्त रखने के लिए दीवारों पर आकर्षक पेंटिंग्स भी खुद के खर्च पर करवाई हैं। बुंदेली भाषा में संवाद और ब्रेस्ट कैंसर जागरूकता ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाली महिलाओं को अपनी बात कहने में झिझक न हो, इसके लिए टीम की सदस्य उनसे उनकी अपनी मातृभाषा बुंदेली में बात करती हैं। टीम का समर्पण ऐसा है कि ड्यूटी खत्म होने के बाद ये सदस्य गांव-गांव जाकर महिलाओं से संवाद करती हैं। वे महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर (स्तन कैंसर) जैसी घातक बीमारी के लक्षणों के प्रति जागरूक कर रही हैं और उन्हें समय पर जिला अस्पताल आकर इलाज कराने हेतु प्रेरित कर रही हैं। सम्मान के साथ विदाई: क्राउन और श्रृंगार किटमरीजों का मनोबल बढ़ाने के लिए टीम ने कुछ बेहद भावुक और अनूठी परंपराएं शुरू की हैं। * शाही विदाई: वार्ड से डिस्चार्ज होने वाली महिलाओं को क्राउन (ताज) पहनाया जाता है और उन्हें श्रृंगार किट भेंट की जाती है। * ठंड में मोजों का सहारा: कड़ाके की ठंड को देखते हुए टीम द्वारा भर्ती महिलाओं को मोजे (स्शष्द्मह्य) वितरित किए जा रहे हैं। * योग और खेल: वार्ड के भीतर प्रतिदिन योग, प्रार्थना और खेल गतिविधियों के जरिए मरीजों के चेहरे पर मुस्कान लाई जा रही है।हाईटेक हुआ अस्पताल: ढ्ढष्टञ्ज का प्रयोगतकनीक के साथ कदम मिलाते हुए ‘एक पहल टीम’ टैबलेट और लैपटॉप के माध्यम से मरीजों को हेल्थ एजुकेशन दे रही है। साथ ही, पुराने मरीजों से वीडियो कॉल करवाकर नए मरीजों का डर दूर किया जाता है। टीम का संकल्प:नम्रता, नसीमा और बबीता का कहना है कि ‘मरीज को दवा के साथ दुआ और सम्मान की भी जरूरत होती है। हमारा प्रयास है कि अस्पताल आने वाली हर महिला को यह महसूस हो कि वह अपने परिवार के बीच है।’ इस निस्वार्थ सेवा ने न केवल स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाया है, बल्कि आम जनता का जिला अस्पताल के प्रति विश्वास भी बढ़ाया है। ईएमएस / 27/12/2025