कटनी (ईएमएस)। शासकीय मेडिकल कॉलेज की स्थापना को लेकर जिले वासियो की मांग तेज हो गई है।शनिवार को कचहरी चौराहे में धरना-प्रदर्शन कर पीपीपी मॉडल का विरोध किया गया। लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विंदेश्वरी पटेल एवं जिला जन अधिकार मंच कटनी के नेतृत्व में संपन्न हुआ, जिसमें जिले के बड़ी संख्या में जागरूक नागरिकों ने भाग लिया।धरना सुबह 11 बजे प्रारंभ हुआ और दोपहर 2 बजे कचहरी चौक से कलेक्ट्रेट कार्यालय तक रैली के रूप में पहुंचकर संपन्न हुआ। प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय में अतिरिक्त कलेक्टर कटनी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में पूंजीवाद और निजीकरण का विरोध करते हुए कटनी जिले में पूर्णत: शासकीय मेडिकल कॉलेज खोले जाने की मांग की गई।जिला जन अधिकार मंच के पदाधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा हाल ही में कटनी जिले में मेडिकल कॉलेज खोले जाने की घोषणा के बाद जिलेवासियों में खुशी की लहर थी। लोगों को लगा था कि वर्षों पुरानी मांग अब पूरी होने जा रही है। लेकिन हाल ही में समाचार पत्रों में यह खबर सामने आई कि मेडिकल कॉलेज पीपीपी (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल पर खोला जाएगा, जिससे जनता में निराशा और आक्रोश है। वक्ताओं ने कहा कि पीपीपी मॉडल वस्तुत: निजीकरण का ही एक रूप है और जहां-जहां इस मॉडल पर मेडिकल कॉलेज खोले गए हैं, वहां आम जनता को इलाज और शिक्षा के क्षेत्र में परेशानियों का सामना करना पड़ा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सत्ताधारी दल के कई जनप्रतिनिधि और पदाधिकारी भी पीपीपी मॉडल को उचित नहीं मानते, लेकिन दलीय अनुशासन के चलते खुलकर विरोध नहीं कर पा रहे हैं।धरना-प्रदर्शन में प्रमुख रूप से मनोज निगम, विष्णु बाजपेई, डॉ. सचिन कुशवाहा, मंगल सिंह, सोनू सोनी, विपिन राय, बाल्मिक विश्वकर्मा, सरवन सोनी, प्रभात पांडे, सचिन शर्मा, संतोष पटेल, ब्रजकिशोर पटेल, संतराम पटेल, इंद्रजीत निषाद, शेख असलम, संतोष साहु, महन्तू काछी, दोष मोहम्मद, रामलोचन तिवारी, राहुल, राकेश गुप्ता, श्याम निषाद, जगदीश पटेल, शिवप्रसाद पटेल, रामसेवक, गोपाल चौधरी, केशव सेन, गोपाल साहू, गोरेलाल, सागर राय, शुभम राय, रामदास केवट सहित अनेक लोग उपस्थित रहे। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि कटनी में शासकीय मेडिकल कॉलेज की मांग पर जल्द सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। ईएमएस / 27/12/2025