:: प्रभात फेरी, अखाड़ों के करतब और महाआरती के साथ समाज ने मनाया गौरवशाली दिवस :: इंदौर (ईएमएस)। राष्ट्रीय बैरवा दिवस के अवसर पर शहर के पूर्वी और मिल क्षेत्र में अभूतपूर्व उत्साह का माहौल देखा गया। संत बालीनाथ महाराज की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित इस महोत्सव में गली-मोहल्लों से प्रभात फेरियां निकाली गईं और अखाड़ों में खलीफाओं ने अपने हैरतअंगेज करतब दिखाकर जनसमूह को मंत्रमुग्ध कर दिया। बुधवार सुबह मालवा मिल चौराहे पर समाज जनों ने बड़ी संख्या में एकत्रित होकर संत बालीनाथ महाराज की सामूहिक आरती उतारी और एक-दूसरे को राष्ट्रीय बैरवा दिवस की शुभकामनाएं दीं। वरिष्ठ समाजसेवी राजू कुवाल और अखिल भारतीय बैरवा महासभा के अतिरिक्त महामंत्री राकेश गोठवाल ने बताया कि प्रतिवर्ष 31 दिसंबर को देश भर में यह दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इंदौर में भी सांस्कृतिक आयोजनों, चल समारोहों और ध्वज यात्राओं का सिलसिला सुबह से ही शुरू हो गया था। विशाल रैली के रूप में यह आयोजन कुलकर्णी नगर से प्रारंभ होकर परदेशीपुरा, पाटनीपुरा, नेहरू नगर, लाल का बगीचा, पंचम की फेल और संत बालीनाथ नगर होते हुए मालवा मिल चौराहे पहुंचा, जहां मुख्य पूजन एवं महाआरती संपन्न हुई। इस चल समारोह में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग हर उम्र के समाजजन पारंपरिक वेशभूषा में सहभागी हुए। समारोह में मुख्य रूप से सेवानिवृत्त वरिष्ठ इंजीनियर वसंत गोगड़े, एमएल मिमरोट, राजकुमार अखंड, रमेश गोमे, महेश गोठवाल, रामकरण गोठवाल सहित बड़ी संख्या में सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे। आयोजन में सुभाष रेसवाल, विजय चरावडे, नंदू लोदवाल, रमेश जिनवाल, रामकृष्ण मिमरोट, पप्पू बेरवा, कपिल बंसीवाल और अन्य प्रमुखजनों ने सक्रिय भूमिका निभाई। आभार प्रदर्शन सुरेंद्र कोलवाल एवं सुभाष कुन्हारे ने किया। दिनभर चले इन कार्यक्रमों ने समाज की एकता और सांस्कृतिक सुदृढ़ता का प्रभावी संदेश दिया। प्रकाश/31 दिसम्बर 2025