राष्ट्रीय
05-Nov-2025
...


बिलासपुर,(ईएमएस)। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में मंगलवार शाम एक भीषण ट्रेन हादसा हुआ। गेवरा रोड से बिलासपुर जा रही पैसेंजर ट्रेन (मेमू) एक खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई। इस हादसे में मरने वालों की तादाद बढ़कर 11 हो गई है, जबकि 20 यात्री घायल हुए हैं। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने हादसे के पीछे की वजह सिग्नल ओवरशूट बताया है। घायलों को बिलासपुर के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है और बचाव कार्य जारी है। मलबे के बीच चीख-पुकार और अफरा-तफरी का माहौल था, लेकिन इसी भयावह दृश्य के बीच एक मासूम बच्चे की जिंदगी बच गई।हादसे में घायल इस बच्चे के माता-पिता का अब तक कोई सुराग नहीं लग सका है। रेल प्रशासन और स्थानीय लोगों ने जब राहत अभियान शुरू किया, तो मलबे के पास यह मासूम घायल हालत में मिला। उसे तुरंत रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है। दर्दनाक बात यह है कि बच्चे के माता-पिता का अब तक कोई पता नहीं चल पाया है। रेलवे प्रशासन ने अपील की है कि जो भी व्यक्ति बच्चे के माता-पिता या परिजनों के बारे में जानकारी रखता हो, वह तुरंत रेलवे अस्पताल या बिलासपुर रेल कंट्रोल रूम से संपर्क करे।दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने कहा है कि घटना के तुरंत बाद राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया था। एनडीआरएफ, रेलवे पुलिस, स्थानीय पुलिस और मेडिकल टीमों ने संयुक्त रूप से ऑपरेशन चलाया। सभी घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है। रेल प्रशासन ने प्राथमिक राहत के रूप में सभी घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान की है। वरिष्ठ अधिकारी लगातार अस्पतालों का निरीक्षण कर रहे हैं और घायलों से मिलकर उनका हालचाल पूछ रहे हैं।इस हादसे में जहां कई परिवारों का सबकुछ खत्म हो गया, वहीं एक मासूम इस हादसे में बच गया, लेकिन उसके माता-पिता का अब तक कोई पता नहीं चल पाया है। अस्पताल में टीम उसका इलाज कर रही है। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि मेमू लोकल ट्रेन ने सिग्नल को पार करते हुए खड़ी मालगाड़ी के पिछले हिस्से में जोरदार टक्कर मार दी, जिससे ओवरहेड तारों, सिग्नलिंग सिस्टम को भारी नुकसान पहुंचा और ट्रेन के कई डिब्बे पटरी से उतर गए। यह हादसा बिलासपुर-कटनी रेलखंड पर हुआ, जिसके कारण इस रूट पर रेल संचालन को तत्काल प्रभाव से रोकना पड़ा। सीएम ने जताया दुख, रेलवे ने दिया मुआवजा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और इसे बेहद दुखद बताया। उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि उन्होंने बिलासपुर जिला कलेक्टर से बात की है और तत्काल राहत एवं सहायता के निर्देश दिए हैं। रेलवे प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 5 लाख रुपये, और मामूली रूप से घायल यात्रियों को 1 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है। हादसे के बाद प्रभावित हुईं ये ट्रेने ट्रेन नंबर 68746 (रायपुर-गेवरा रोड मेमू), जो 16:12 बजे बेल्हा से गुजरी ट्रेन नंबर 12101 (एलटीटी-शालीमार एक्सप्रेस), दाधापारा (डीपीएच) पर 16:10 बजे ट्रेन संख्या 12809 (सीएसएमटी-हावड़ा मेल), बेल्हा में 17:36 बजे ट्रेन नंबर 12070 (गोंदिया-रायगढ़ जन शताब्दी एक्सप्रेस), 17:43 बजे मोपर (एमयूपी) से रवाना हुई ट्रेन नंबर 20826 (नागपुर-बिलासपुर एक्सप्रेस), 17:45 बजे सरज़ोनी (एसजेडबी) से रवाना हुई ट्रेन संख्या 18029 (एलटीटी-शालीमार एक्सप्रेस), बाकल (बीकेएएल) से 17:38 बजे रवाना हुई 12:46 बजे ट्रेन संख्या 12129 (पुणे-हावड़ा एक्सप्रेस), मनेंद्रगढ़/मानपुर (एमएनयू) से रवाना हुई रेलवे ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर बिलासपुर के लिए 7777857335 और 7869953330, चांपा के लिए 8085956528, रायगढ़ 9752485600, पेंड्रा रोड 8294730162, कोरबा 7869953330, उसलापुर 7777857338 और दुर्घटनास्थल से सीधे संपर्क के लिए 9752485499 व 8602007202 नंबर जारी किए गए हैं। वीरेंद्र/ईएमएस/05नवंबर2025