कोच के तौर पर अंतिम ग्यारह का चयन ही मेरे लिए सबसे कठिन नई दिल्ली (ईएमएस)। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज में बांए हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह और स्पिनर कुलदीप यादव को शामिल नहीं किये जाने पर कई सवाल उठे हैं। प्रशंसकों के साथ ही पूर्व क्रिकेटरों ने भी इन दो खिलाड़ियों की अनदेखी पर नाराजगी जतायी थी। कुलदीप को तो टेस्ट टीम में भी जगह नहीं मिली। अब इसी मामले पर भारतीय टीम के मुख्य कोच कोच गौतम गंभीर का जवाब आया है। गंभीर का एक वीडियो आया है। इसमें उन्होंने कहा कि एक कोच के रूप उनके लिए अंतिम ग्यारह का चयन ही सबसे कठिन काम है। गंभीर ने कहा कि भारत की बेंच स्ट्रेंथ काफी अच्छी है पर अंतम में केवल 11 खिलाड़ियों को मौका दिया जा सकता है। गंभीर ने कहा, एक कोच के तौर पर मेरे लिए यही सबसे मुश्किल काम है और यही मेरा सबसे मुश्किल काम है। कभी-कभी, जब मुझे पता होता है कि बेंच पर इतने अच्छे खिलाड़ी बैठे हैं और मुझे पता है कि हर कोई अंतिम ग्याहर का हिस्सा बनने का अधिकारी है, तब भी आप केवल 11 खिलाड़ियों को ही चुन सकते हैं, तब यही देखा जाता है कि यह उस दिन काम करने के लिए सबसे बेहतर संयोजन क्या होगा। उन्होंने साथ ही कहा, मेरे लिए, सबसे महत्वपूर्ण बात बातचीत और संवाद है। संवाद बहुत स्पष्ट और ईमानदार होना चाहिए। कभी-कभी, ज़ाहिर है, ये बातचीत बहुत कठिन होती है। अगर आप किसी को बताते हैं कि वह नहीं खेल रहा है, तो यह कोच और खिलाड़ी दोनों के लिए शायद सबसे मुश्किल होता है, क्योंकि मुझे पता है कि खिलाड़ी तब नाराज़ होगा जब वह अंतिम ग्याहर का हिस्सा बनने का अधिकारी होगा। गंभीर ने भारतीय ड्रेसिंग रूम के अंदर सकारात्मक और पारदर्शी माहौल पर भी जोर दिया और जोर देकर कहा कि खिलाड़ियों और कोचों के बीच बातचीत निजी ही रहनी चाहिए। उन्होंने कहा, न अगर आप ईमानदार हैं, अगर आप स्पष्टवादी हैं, अगर आप जानते हैं कि आप जो कह रहे हैं वह दिल से है और उससे आगे कुछ नहीं है, तो कुछ खिलाड़ी समझ जाते हैं। और यही एक खिलाड़ी और कोच के बीच का संवाद है, और मुझे लगता है कि इसे यहीं रहना चाहिए, बजाय इसके कि लोग इसके बारे में शोर मचाएँ और अलग-अलग धारणाएं बनाएं। गिरजा/ईएमएस 11 नवंबर 2025