सागर (ईएमएस)। सागर में 14 नबम्बर 2025, शुक्रवार को शहर के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान दिल्ली पब्लिक स्कूल सागर के कैम्पस में बाल दिवस के सुअवसर पर बाल मेले का आयोजन किया गया। बाल मेले का उद्घाटन प्रातः करीब 10:30 बजे मुख्यातिथि इंजी. रितुल सराफ निदेशक डीपीएस मकरोनिया, विशिष्ट अतिथि इंजी. अर्चित जैन निदेशक ज्ञान सागर इंजीनियरिंग कॉलेज, दर्शिनी जैन निदेशक जीएसपीएस सागर के करकमलों से फीता काटकर किया गया। कार्यक्रम में इंजी. राहुल सराफ निदेशक दिल्ली पब्लिक स्कूल सागर अध्यक्ष के रूप में उपस्थित रहे। तदुपरांत मुख्यातिथि, विशिष्ट अध्यक्ष ने माँ सरस्वती के पूजन अर्चन व दीप प्रज्ज्वलन कर औपचारिकताओं को पूरा किया। विद्यालय के प्राचार्य डॉ. रविकांत बाजपेयजुला ने पौधा भेंटकर आगंतुकों का स्वागत किया तत्पश्चात् सभी आगंतुकों के लिए बाल मेले खोला गया। कहते हैं, कि बालकों के अंदर प्रतिभा कूट - कूट कर भरी होती है। डीपीएस सागर के बाल मेले में यह नजर भी आया। बाल मेले में कक्षा तीसरी से बारहवी तक के विद्यार्थियों ने अपनी - अपनी कुशलतानुसार अलग - अलग प्रकार की दुकानें सजाई गईं थीं। कहीं पिज़्जा, कहीं चाउमीन, कहीं बर्गर, कहीं भेल - चाट - गोल गप्पे की चटपटी दुकानें, तो कहीं बच्चों द्वारा इजात किए गए दिमाग लड़ाने वाले खेलों के स्टॉल लगाए गए थे। सबसे महत्वपूर्ण बात तो यह थी, कि प्रत्येक स्टॉल को बच्चे स्वयं संचालित कर रहे थे। पकवान तैयार करने से लेकर परोसने, हिसाब - किताब लगाकर कूपन संग्रह करने तक का सारा काम बच्चों द्वारा ही किया जा रहा था। वहीं प्रत्येक स्टॉल के साथ एक - एक संरक्षक शिक्षक - शिक्षिका तैनात थे, जो विद्यार्थियों का मार्ग - दर्शन कर रहे थे। बाल - मेले के अंतर्गत ही विद्यालय के स्वीमिंग पूल एरिया भी फायरलेस कुकिंग कॉम्पटीशन का आयोजन किया गया था। जिसमें विद्यालय के ही विद्यार्थियों द्वारा अपने शिक्षकों के मार्ग दर्शन में विभिन्न डिश तैयार की जा रहीं थीं। मेलें को और रोचक बनाने के लिए बतौर मनोरंजन के लिए शिक्षकों व विद्यार्थियों द्वारा सदाबहार नग्मों से सुसज्जित गीत - संगीत की महफिल सजाई गई थी। इस दौरान मुख्यातिथि, संरक्षक मण्डल, निदेशक मण्डल, गणमान्यजन, पालकगण, विद्यार्थियों ने बाल मेले का आनंद लिया। सभी आगंतुकों ने प्रत्येक स्टॉल पर पहुँचकर विद्यार्थिंयों द्वारा तैयार पकवानों को चखा और उचित पेमेंट कर स्टॉल का उद्घाटन किया। बाल मेले को लेकर मुख्यातिथि इंजी. राहुल ने मीडिया से चर्चा करते हुए बताया, कि यदि स्वास्थ्य - आत्मनिर्भर समाज का निर्माण करना है, तो समाज के प्रत्येक व्यक्ति को आत्मनिर्भर व स्वाबलंबी बनना होगा। इस बाल मेले का मुख्यातिथि बनकर मुझे बहुत खुशी हुई है। मैंने यहाँ आकर यह अनुभव किया है, कि आपका अपना डीपीएस स्कूल ‘अबोध बालकों को सुबोध नागरिक’ बनाने की ओर सतत् आगे बढ़ रहा है। वहीं बाल मेले के संदर्भ में विद्यालय के निदेशक इजी. राहुल सराफ ने कहा, कि डीपीएस सागर को प्रारंभ करने का उद्देश्य यही है, कि हमारे क्षेत्र के बच्चों को शहर में ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त हो सके। उनका सर्वांगीण विकास हो। आज के जमाने व्यक्ति को आत्म निर्भर होने की आवश्यक है। इस प्रकार का आयोजन बच्चों को स्वरोजगार करने और आत्म निर्भर बनने का गुण सिखाते हैं। इस संबंध में विद्यालय के प्राचार्य रविकांत बाजपेयजुएला ने बताया, कि आज के जमाने में अच्छे से सवाईवर वही कर सकता है, जिसके पास हुनर हो। आज के समय में पुस्तकीय ज्ञान अधूरा ज्ञान है। इस युग में विद्यार्थियों को बुनियादी शिक्षा की आवश्यकता है। प्रत्येक व्यक्ति में एक - न - एक हुनर छुपा होता है। बाल मेला जैसे आयोजन इसी उद्देश्य से कराए जाते हैं। निखिल सोधिया (ईएमएस) 14 नवंबर 2025